इस्लामाबाद। प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान फिर से किसी दूसरे देश के युद्ध में शामिल नहीं होगा और वह अन्य मुस्लिम देशों के लिए उदाहरण के रूप में काम करते हुए उनका नेतृत्व करेगा।
अमेरिकी हमले में ईरान के एक शीर्ष सैन्य कमांडर की मौत होने के बाद पश्चिम एशिया में फैले तनाव की पृष्ठभूमि में इमरान ने कहा कि पाकिस्तान ऐसा देश बनेगा जो दुनिया भर के अन्य मुस्लिम देशों के लिए एक उदाहरण के तौर पर काम करेगा और उन देशों का नेतृत्व करेगा।
जियो न्यूज ने इमरान के हवाले से कहा कि पाकिस्तान दूसरों के युद्धों में शामिल होकर अपनी विदेश नीति में गलतियां करता रहा था।
उन्होंने यहां महत्वाकांक्षी कौशल विकास कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि पाकिस्तान कभी भी किसी के युद्ध में भाग नहीं लेगा।
खान ने पहले कहा था कि 1980 के दशक में ‘अफगान जिहाद' और 11 सितंबर के आतंकी हमले के बाद आतंक के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले युद्ध के दौरान अग्रिम देश के रूप में अपनी भूमिका के कारण पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ।