फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को बड़ी राहत देते हुए आतंकी समूहों पर कार्रवाई के लिए उसकी ओर से किए गए प्रयासों पर संतोष जताया है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि पाकिस्तान अगले महीने ग्रे लिस्ट से बाहर आ सकता है।
सूत्रों के अनुसार, चीन के मदद से पाकिस्तान FATF को संतुष्ट करने में सफल रहा है। चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान जैसे देशों ने पाकिस्तान की कार्ययोजना पर कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की है।
एफएटीएफ ने मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग रोकने के लिए पाकिस्तान को 27 बिंदुओं की एक कार्ययोजना दी थी। इन बिंदुओं पर पाकिस्तान ने कितना अमल किया, इसे देखने के लिए एफएटीएफ की 21-23 जनवरी को बीजिंग में बैठक हुई।
उल्लेखनीय है कि आतंकी गतिविधियों को मिलने वाले धन की निगरानी करने वाली संस्था एफएटीएफ ने प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े मदरसों के खिलाफ कार्रवाई पर पाकिस्तान से स्पष्टीकरण और आंकड़े मांगे थे। एफएटीएफ के संयुक्त समूह ने इस मामले में पाकिस्तान से 150 सवालों का जवाब मांगा था।
एफएटीएफ ने पाकिस्तान को फरवरी 2020 तक ‘ग्रे’ सूची में रखा है। संस्था ने अक्टूबर में चेतावनी दी थी कि यदि पाकिस्तान 27 सूत्री सूची में शेष 22 बिंदुओं पर अनुपालन नहीं करता है तो उसे ‘काली सूची’ में डाल दिया जाएगा।