भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में मंगलवार को आए भूकंप के तेज झटकों के एक दिन बाद अर्जेंटीना और चिली भी भूकंप से दहल गए। अर्जेंटीना में भूकंप की तीव्रता 6.5 थी तो चिली में 6.3 की तीव्रता वाला भूकंप आया।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, अर्जेंटीना में भूकंप का केंद्र सैन एंटोनियो डी लॉस कोबरेस के उत्तर-उत्तर पश्चिम में 84 किलोमीटर की दूरी पर पृथ्वी की सतह से 210 किमी की गहराई में था। भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं की है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, चिली में भूकंप का केंद्र इक्विक से 519 किमी दक्षिण पूर्व में था। भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 204 किमी की गहराई में था। यहां भी जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
क्यों आते हैं भूकंप : होलकर विज्ञान महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रो. राम श्रीवास्तव वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि पृथ्वी पर भूकंप हमेशा आते ही रहते हैं। लगभग 30 से 35 भूकंप रोज आते हैं, लेकिन इनकी तीव्रता 2.5 और 3 रहने के कारण या तो ये महसूस ही नहीं होते या फिर बहुत हलके महसूस होते हैं।
दरअसल, जैसे हमारे घर के ऊपर छत होती है, उसी तरह जमीन के नीचे भी एक छत है, जिसे बेसाल्टिक लेयर कहते हैं। इतना ही नहीं प्रायद्वीपों की प्लेट परस्पर टूट गई हैं, इनमें दरारें आ गई हैं। जब ये प्लेट्स (टेक्टोनिक) एक दूसरे से टकराती हैं साथ ही जब इनके टकराने की गति तेज हो जाती है तो चट्टानें हिल जाती हैं। इसके कारण ही भूकंप आता है। सामान्यत: 3-4 की तीव्रता में नुकसान नहीं होता, लेकिन जब भूकंप 5-6-7 या इससे अधिक की तीव्रता का होता है तो नुकसान ज्यादा होता है।