वॉशिंगटन। साल 2008 के मुंबई हमले के मामले में दोषी करार दिए गए पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली के वकील ने बुधवार को इन खबरों को खारिज किया कि जेल में साथी कैदियों की ओर से की गई पिटाई के कारण उनका मुवक्किल जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। वकील ने कहा कि हेडली न तो शिकागो की जेल में है और न ही अस्पताल में।
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी हेडली को मुंबई हमले के मामले में 35 साल की सजा सुनाई गई थी। हेडली के वकील जॉन थेइस ने बताया कि मैं उसका ठिकाना नहीं बता सकता। वह न तो शिकागो में है और न ही अस्पताल में है।
मीडिया में आई खबरों में कहा गया था कि हेडली (58) पर 8 जुलाई को शिकागो की एक जेल में 2 कैदियों ने हमला किया था और उसके बाद से वह एक अस्पताल के सघन चिकित्सा केंद्र (आईसीयू) में भर्ती है। जॉन ने बताया कि मैं हेडली के नियमित संपर्क में हूं। भारतीय प्रेस की खबर का कोई आधार नहीं है।
खबरों में कहा गया था कि हेडली को गंभीर चोटें आई हैं और उसे नॉर्थ इवांस्टन अस्पताल ले जाया गया। खबरों में यह भी कहा गया था कि अस्पताल में उसे आईसीयू में रखा गया है। अमेरिका की एक अदालत ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के सिलसिले में हेडली को 35 साल की जेल की सजा सुनाई है। इन हमलों में 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
26/11 हमलों से पहले मुंबई समेत विभिन्न शहरों की रेकी करने वाले हेडली को 2009 में गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी अधिकारियों ने सोमवार को मीडिया में आई खबरों पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया था। (भाषा)