नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद और मरियम नवाज के पति कैप्टन मोहम्मद सफदर की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में सेना और सिंध पुलिस आमने- सामने हो गए हैं। ताजा हालातों में पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं।
जा सकती है इमरान की कुर्सी : दूसरी ओर, विपक्ष भी इमरान सरकार के खिलाफ लामबंद हो गया है। ऐसे में कहा जा रहा है कि निकट भविष्य में इमरान खान की कुर्सी भी जा सकती है। सफदर के गिरफ्तारी के बाद तो मामला और बिगड़ गया है।
सफदर समर्थकों का आरोप है कि उनकी गिरफ्तारी के आदेश पर जबरन हस्ताक्षर करवाए गए। मामला तब और बिगड़ गया जब सिंध की पुलिस वहां की ऑर्मी के खिलाफ सड़कों पर उतर गई। अपुष्ट जानकारी तो यहां तक हैं कि सेना और पुलिस के बीच फायरिंग भी हुई है।
सिंध सरकार ने किया पुलिस का समर्थन : एक बड़े घटनाक्रम में सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने भी सिंध की पुलिस का समर्थन कर संकेत दिए हैं कि मामला और भड़क सकता है। उन्होंने कहा कि प्रांत की पुलिस ने बड़ी कुर्बानियां दी हैं और उसका प्रांत की सुरक्षा में अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में वे अपनी फोर्स को हतोत्साहित नहीं होने देंगे।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद सिंध के आईजी समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने छुट्टी पर जाने का फैसला कर लिया था। हालांकि जनरल बाजवा के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने अपना निर्णय फिलहाल बदल लिया है। बाजवा ने पूरे मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
हालांकि बुधवार की मीटिंग में मुख्यमंत्री शाह ने पुलिस से पूरे जोश के साथ काम करने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा है कि प्रांतीय सरकार ने हमेशा पुलिस बल को स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए कहा है।