बीजिंग। दुनिया की तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था और सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश चीन दुनिया में खेलों की महाशक्ति के रूप में जाना जाता है और भविष्य में भी अपने इस दबदबे को बरकरार रखने के लिए वह वर्ष 2025 तक खेलों में करीब 22 लाख करोड़ रुपए का भारी निवेश करेगा।
दिलचस्प बात है कि चीन का पड़ोसी और दूसरा सबसे तेजी से उभरते देश भारत का वर्ष 2018-19 का वार्षिक वित्तीय बजट ही इससे कुछ अधिक करीब 330 अरब डॉलर है जबकि चीन ने 7 वर्षों के अंतराल में वर्ष 2025 तक अपने खेल क्षेत्र में ही 290 अरब डॉलर (करीब 22 लाख करोड़) रुपए के निवेश की घोषणा की है।
खेलों को किसी देश के आर्थिक विकास का पूरक माना जाता है, ऐसे में चीन ने आम निवासियों के लिए भी विभिन्न गतिविधियों को आयोजित करने की योजना के तहत यह फैसला किया है। चीन की इस योजना के तहत जारी दिशा-निर्देशों में चीन 100 लोकप्रिय प्रतिस्पर्धाओं और 2025 तक अपने स्थानीय खेलों को आयोजित करेगा।
चीन इसके अलावा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय खेलों के विकास के लिए भी निवेश करेगा जिसे बीजिंग 2022 के शीतकालीन ओलंपिक खेलों से पहले महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। चीन इसके अलावा खेलों से जुड़े उद्यमों को भी प्रोत्साहित करेगा। इसके लिए सरकार ने विभिन्न विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। (वार्ता)