वेटिकन सिटी। ऑस्ट्रेलिया में बच्चों से पादरी के यौन शोषण के मामले को छुपाने के दोषी ठहराए गए एक आर्चबिशप का इस्तीफा पोप फ्रांसिस ने सोमवार को स्वीकार कर लिया। उनके खिलाफ यह कार्रवाई आम कैथोलिक, पादरियों और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के दबाव के बाद की गई है।
एडीलेड आर्चबिशप फिलिप विल्सन को मई में दोषी ठहराया गया गया था, क्योंकि वे 1970 के दौरान उत्तर सिडनी के हंटर वेली क्षेत्र में एक पादरी द्वारा 2 लड़कों से बार-बार यौन उत्पीड़न के मामले को पुलिस को रिपोर्ट करने में नाकाम रहे थे। वे ऐसे पहले सर्वोच्च स्तर के कैथोलिक धर्मगुरु हैं जिन्हें यौन उत्पीड़न के मामले को छुपाने के लिए आपराधिक अदालत में दोषी ठहराया गया है। उन्हें 12 महीने की कैद की सजा दी गई है।
विल्सन ने आरोपों से इंकार किया है। उन्हें दोषी ठहराने के बाद उन्हें किनारे कर दिया गया था लेकिन अपील लंबित रहने तक उन्होंने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया था। पोप ने इस दौरान डाइअसीज चलाने के लिए एक अस्थायी प्रशासक नियुक्त कर दिया था।
19 जुलाई को प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने पोप फ्रांसिस से उन्हें बर्खास्त करने की अपील की थी। वेटिकन ने सोमवार को एक लाइन के बयान में कहा कि फ्रांसिस ने विल्सन का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। विल्सन ने एक बयान में कहा कि उन्होंने 20 जुलाई अपनी इच्छा से फ्रांसिस को इस्तीफा भेज दिया था। (भाषा)