Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

उम्र महज 12 साल, 2 साल तक टेंट में गुजारी रातें, जुटाए 7 करोड़, मिला ‘ब्रिटिश एम्पायर मेडल’

हमें फॉलो करें उम्र महज 12 साल, 2 साल तक टेंट में गुजारी रातें, जुटाए 7 करोड़, मिला ‘ब्रिटिश एम्पायर मेडल’
, सोमवार, 28 मार्च 2022 (12:15 IST)
ब्रिटेन के एक 12 साल के लड़के ने वो कर के दिखाया है, जिसे करने के लिए कोई भी शख्स हजार बार सोचेगा। डेवोन के रहने वाले मैक्स वूसी (Max Woosey) ने एक या दो रात नहीं, बल्कि 2 साल तक टेंट में रात गुजारने का रिकॉर्ड कायम किया है।

इतना ही नहीं मैक्स ने अपने इस साहसिक अभियान से नार्थ डेवोन हॉस्पिस के लिए £7,00,000 (7 करोड़ रु.) भी जुटाए। रिपोर्ट के मुताबिक यह राशि वास्तव में कम से कम 20 नर्सों के वार्षिक वेतन का भुगतान करने के लिए पर्याप्त है।

मैक्स वूसी ने मार्च 2020 में अपने अभियान की शुरुआत की थी। उन्होंने लंदन जू, डायनिंग स्ट्रीट और ट्रविकेनहैम रग्बी स्टेडियम जैसे कई हाई-प्रोफाल स्थानों में टेंट में रातें बिताईं। मैक्स का कहना है, ‘य़ह पूरी बात एक सपने की तरह रही हैं।

मैं इन दो सालों में बहुत सारे बेहतरीन लोगों से मिला और अच्छा काम किया। यह वाकई में अविश्वसनीय रहा’
मैक्स ने आगे कहा, ‘मैंने इतने समय तक आउटडोर टेंट में समय बिताया है कि उसे याद ही नहीं है कि अब बिस्तर पर कैसे सोना है। यह अभियान बेहद लंबा और चुनौतीपूर्ण रहा’

उसे इस काम के लिए ब्रिटिश एम्पायर मेडल से सम्मानित भी किया गया। मैक्स ने बताया, ‘मुझे रोमांच पसंद है और मैं उन सभी का बहुत आभारी हूं जिन्होंने मुझे प्रायोजित किया’

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मैक्स के परिवार ने उसे कई बार घर वापस लाने की कोशिश की, मगर वह अपने लक्ष्य पर टिका रहा। उसके घरवालों को लगा कि 6 महीने के अंदर मैक्स वापस आ जाएगा, मगर ऐसा नहीं हुआ, यह कैंपेन लंबा चला। अब परिवार को मैक्स पर गर्व है।

मैक्स ने सबसे पहले अपने अभियान की शुरुआत गार्डन कैंपिंग के रुप में की। फिर इसके बाद 14 अलग-अलग टेंटों और स्थानों पर उसने रातें बिताईं। मैक्स की मां ने कहा, ‘उसने नार्थ डेवोन हॉस्पिस के लिए जो हासिल की है, वह वाकई बेमिसाल है। साथ इस अभियान से यह फर्क बड़ा है कि एक व्यक्ति के तौर पर मैक्स का आत्मविश्वास भी बढ़ा है और यह उसके भविष्य के लिए मददगार साबित होगा।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा जेल से मुख्तार अंसारी को किया लखनऊ शिफ्ट, जानिए क्या है मामला...