कराची। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा पोलियो टीम की सुरक्षा के लिए जा रहे पुलिसकर्मियों के ट्रक को निशाना बनाकर बुधवार को किए गए एक आत्मघाती हमले में कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई तथा 26 अन्य घायल हो गए जिनमें 23 पुलिसकर्मी हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी के मुताबिक, यह आत्मघाती हमला तब हुआ, जब पोलियो टीकाकरण अभियान में शामिल कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मियों को ले जा रहा ट्रक क्वेटा के बलेली इलाके से गुजर रहा था। क्वेटा के पुलिस उपमहानिरीक्षक गुलाम अजफर महेसर ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि धमाके की चपेट में कुल तीन वाहन आए हैं।
उन्होंने कहा, घटनास्थल और ट्रक की हालत को देखते हुए अनुमान है कि करीब 25 किलोग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया है। जियो न्यूज की खबर के मुताबिक क्वेटा में हुए हमले में मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई है।
खबर के मुताबिक, एक पुलिसकर्मी और बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई और 23 पुलिसकर्मियों सहित 26 लोग घायल हो गए। खबर में अस्पताल प्रशासन के हवाले से बताया गया कि घटना में घायल एक महिला और बच्चे की मौत होने की वजह से मृतकों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। इससे पहले अस्पताल ने बताया कि घायलों में अधिकतर की हालत खतरे से बाहर है।
प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी है। टीटीपी ने दो दिन पहले ही सरकार के साथ संघर्ष विराम को वापस लेते हुए अपने लड़ाकों से देशभर में हमले करने का आह्वान किया था।
टीटीपी ने कहा कि यह हमला अगस्त में अफगानिस्तान में उसके नेता अब्दुल वली उर्फ उमर खालिद खुरासनी की हत्या के प्रतिशोध में किया गया है। महेसर ने कहा कि यह एक आत्मघाती हमला था, क्योंकि मौके से एक आत्मघाती हमलावर के अवशेष बरामद हुए हैं और कम से कम तीन वाहन इसकी चपेट में आए।
पुलिस की प्राथमिक जांच के मुताबिक पुलिस के ट्रक से एक रिक्शा टकराया था। अधिकारियों ने पीड़ितों के इलाज के लिए क्वेटा के अस्पतालों में आपातकाल की घोषणा कर दी है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस लक्षित हमले की निंदा करते हुए घटना की त्वरित जांच के निर्देश दिए हैं।
शरीफ ने कहा, देश से पोलियो वायरस को खत्म करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है और हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक कि पोलियो को पूरी तरह से खत्म नहीं कर दिया जाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान में पोलियो रोधी अभियान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे बुरे तत्व हमेशा नाकाम होंगे।
राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने हमले की निंदा की और मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र ठीक होने के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि बच्चे पाकिस्तान के बहुमूल्य संपत्ति है और सरकार उन्हें पोलियो जैसी बीमारी से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने भी हमले में लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में हाल के दिनों में पोलियो के खिलाफ अभियान चलाने वाले कार्यकर्ताओं पर हमले बढ़े हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)