Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

इस बंदे को ‘सुंदरी और हसीना’ दोनों से ‘प्‍यार’ हो गया और दोनों से एक ही मंडप में रचा डाली ‘शादी’

हमें फॉलो करें इस बंदे को ‘सुंदरी और हसीना’ दोनों से ‘प्‍यार’ हो गया और दोनों से एक ही मंडप में रचा डाली ‘शादी’

नवीन रांगियाल

, सोमवार, 11 जनवरी 2021 (13:43 IST)
कहते हैं जिस व्‍यक्‍ति की शादी उसी से हो जाए जिससे वो प्‍यार करता है तो जीवन स्‍वर्ग हो जाता है, लेकिन उनको क्‍या कहा जाए, जिसे एक साथ दो लड़कियों से प्‍यार हो जाए और फि‍र शादी भी।

यह मामला सोशल मीडि‍या में भी खूब चर्चा का विषय है।

शादी हर कोई करता है, जो करता है वो भी पछताता है और जो नहीं करता है वो भी। क्‍योंकि शादी को लड्डू भी कहा जाता है।

लेकिन कुछ शादियां अपने अनोखेपन के लिए याद रह जाती हैं। आइए जानते हैं एक ऐसी ही शादी के बारे में।
मामला छत्तीसगढ़ के बस्तर का है। जहां के टिकरा लोहंगा गांव में एक लड़के ने दो लड़कियों के साथ एक ही मंडप में शादी रचाई। हैरानी यह है कि दोनों लड़कियों को इस बात से कोई एतराज नहीं है।

यह मामला टिकरा लोहंगा गांव के चंदू मौर्य का है जिसे पिछले साल दो लड़कियों से एक साथ प्यार हो गया था और इसी कारण तीनों की 3 जनवरी को एक ही मंडप में शादी की गई।

दरअसल, कोरोना काल में चंदू को पहले सुंदरी कश्यप से प्यार हुआ और फिर कुछ दिनों बाद चंदू को पड़ोस में रहने वाली हसीना बघेल से भी उसे प्यार हो गया।

बता दें कि आदिवासी समुदाय में एक से अधिक पत्नी रखने की मान्यता और अनुमति है और इसलिए बस्तर और अन्य आदिवासी बाहुल्य जिलों में अक्सर ऐसे मामले देखने को मिलते हैं।

हालांकि हैरानी की बात यह रही कि दोनों लड़कियों के परिवार वालों ने शादी के फैसले को खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया, जिसके बाद पूरे गांव वालों की मौजूदगी में बकायदा बैंड-बाजे और आदिवासी रीति रिवाज के साथ तीनों का विवाह संपन्न कराया गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर और वधुओं के परिजनों ने इस अनूठी शादी के लिए बाकायदा आमंत्रण कार्ड छपवाए थे और पूरे गांव को शादी में आने के लिए न्योता भी भेजा गया।

हालांकि इस मामले के बारे में जानकार कई लोग हैरान है कि दोनों लड़कियों को भी इस अनूठी शादी से कोई एतराज नही है।

फिलहाल तो चंदू मौर्य अपनी दोनों बीवियों (सुंदरी और हसीना) के साथ हंसी-खुशी रहने लगे हैं, लेकिन आगे-आगे देखते हैं होता है क्‍या।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

गणतंत्र दिवस परेड में बाधा नहीं डालेंगे किसान, सुप्रीम कोर्ट में कहा