इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में गुरुवार को एक निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिए 10 हजार रुपए की जमानत राशि के लिए 1-1 रुपए के 10 हजार सिक्के लेकर पहुंचा। इस उम्मीदवार ने इंदौर के जिला निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों के सामने 10 हजार सिक्कों का ढेर लगा दिया। यह देखकर अधिकारियों के पसीने छूट गए।
इन सिक्कों को गिनने में निर्वाचन कार्यालय के पांच अधिकारियों-कर्मचारियों को लगाया गया। इन्होंने डेढ़ घंटे में 10 हजार रुपए के सिक्के गिने। अधिकारी ने बताया कि पवार ने चुनावी जमानत की रकम तो भर दी है, लेकिन फिलहाल अपना पर्चा दाखिल नहीं किया है। प्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए पर्चा भरने की शुक्रवार को ही आखिरी तारीख है।
निर्दलीय उम्मीदवार और पेशे से वकील दीपक पवार इंदौर के क्षेत्र क्रमांक-तीन से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। वे जमानत की रकम के रूप में 10,000 रुपए की रेजगारी साथ लेकर आए थे। यह रेजगारी एक-एक रुपए के सिक्कों की शक्ल में थी। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के दौरान पांच लोगों ने सिक्के गिनकर उन्हें रसीद दी।
चुनावों में पहली बार किस्मत आजमाने जा रहे पवार से जमानत की रकम के रूप में रेजगारी जमा करने का कारण पूछे जाने पर उन्होंने दावा किया कि बाजार में इन दिनों नकदी की खासी किल्लत है और लोगों ने उन्हें चुनावी चंदे के रूप में केवल सिक्के दिए थे।
खुद को 'स्वर्णिम भारत इंकलाब पार्टी' का नेता बताने वाले पवार ने कहा, 'चुनावी चंदे में नोट नहीं मिलने पर मुझे इन सिक्कों को ही जमानत की रकम के रूप में जमा कराना पड़ा।'