नई दिल्ली। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों के व्यंजन खाने और पकाने के बाद सेलिब्रिटी शेफ संजीव कुमार यह मानते हैं कि भारत में जितने प्रकार के व्यंजन मिलते हैं, उतने और कहीं भी नहीं मिलते।
टेलीविजन होस्ट, कई किताबों के लेखक और रेस्तरां के मालिक कपूर भारतीय व्यंजन के प्रकार और उसकी जटिलता के टक्कर के व्यंजन की तलाश दुनिया के अन्य हिस्सों में कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मुझे भारतीय व्यंजनों पर काफी गर्व है। इनके जैसा तो कुछ भी नहीं है। यहां के व्यंजनों में काफी विविधता है। कपूर को फूड स्ट्रीट का ब्रांड एम्बेसेडर बनाया गया है। इस फूड जोन का आयोजन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा वर्ल्ड फूड इंडिया कार्यक्रम में किया जाएगा। यह कार्यक्रम 3 नवंबर से शुरू होगा।
उन्होंने बताया कि फूड स्ट्रीट बाहर के लोगों को भारतीय व्यंजनों की विरासत परोसेगा और यह भी दिखाएगा कि भारतीय लोगों ने विदेशी खान-पान को कैसे अपनाया है। पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित कपूर ने कहा कि दुनिया के लोग भारतीय व्यंजन को सिर्फ करी और नॉन तक ही नहीं देखते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि भारतीय व्यंजनों के बारे में पहले जो धारणा थी कि यहां सिर्फ कबाब, करी और नॉन मिलता है, वह दुनियाभर में खुल रहे प्रमुख भारतीय रेस्तरां की वजह से बदल रही है। कपूर का शो ‘खाना-खजाना’ एशिया में लंबे समय तक चलने वाले टीवी प्रोग्रामों में से एक है। उन्होंने बताया कि यहां की पाक कला कई वर्षों से और आगे बढ़ रही है।
वे बताते हैं कि युवा पीढ़ी खाने-पीने की चीजों में दिलचस्पी दिखा रही है और वह व्यंजनों के बारे में जानने के लिए उत्सुक है। (भाषा)