भारत-पाक युद्ध : बांग्लादेश का उदय (Indo-Pakistan War-1971)

Webdunia
बुधवार, 9 दिसंबर 2020 (12:11 IST)
1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पूर्व पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) स्थित गंगासागर में एक भीषण लड़ाई लड़ी गई। तब भारत की 14 गार्ड्‍स रेजीमेंट को गंगासागर क्षेत्र में किलाबंदी किए हुए पाकिस्तानी सैनिक अड्डे पर कब्ज़ा करने का कार्य सौंपा गया। भारतीय सैनिकों ने योजनाबद्ध तरीके से 3 दिसंबर 1971 की सुबह के 2 बजे सैनिक कार्रवाई शुरू की। शत्रु की भारी गोलाबारी के बीच, बंकरों को ध्वस्त करते हुए वे अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते चले गए।
 
उनके लक्ष्य के करीब पहुंचने पर पाकिस्तानी सैनिकों ने एक अतिसुरक्षित दुमंज़िला इमारत से गोलाबारी कर बड़ी संख्या में भारतीय सैनिकों को हताहत कर दिया। 5 दिसंबर, 1971 को पाकिस्‍तानी सेना से नि‍पटने के लिए भारतीय नौसेना ने 'ऑपरेशन ट्राइडेंट' चलाया था। नौसेना ने कराची बंदरगाह पर पहला मिसाइल हमला किया। इसके बाद नौसेना ने पाकिस्तानी जहाज 'खैबर' को नष्‍ट कर दिया।
 
भारत के युद्धपोत 'वीर' ने पाकिस्तानी माइनस्वीपर 'मुहाफिज' को भी खत्‍म कर दि‍या और कराची तेल भंडार को भी तबाह कर दिया। इस युद्ध में न सिर्फ पाकिस्तान की हार हुई, बल्कि वह 2 टुकड़ों में बंट गया। इस युद्ध के बाद बांग्लादेश के नाम से एक अलग देश बना। यह युद्ध करीब 13 दिनों तक चला।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या है सिंधु जल समझौता, जिसे भारत ने रद्द कर पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका

पहलगाम हमले के बाद CCS Meeting के 5 बड़े फैसले कैसे तोड़ देंगे Pakistan की कमर

पहलगाम हमले में 2 लोकल के साथ शामिल थे 7 आतंकी, 3 दिन कश्मीर के लिए भारी, कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के निर्देश

एयरस्ट्राइक के खौफ में पाकिस्तान, PoK में खाली कराए टेरर ट्रेनिंग कैंप, क्या है भारत की रणनीति

हमले का खुफिया इनपुट था फिर चूक कैसे हुई?

सभी देखें

नवीनतम

आसानी से भर सकेंगे आयकर, ‘ई-पे टैक्स’ सुविधा शुरू

एक राष्ट्र एक चुनाव विकसित भारत की आधारशिला : धर्मेंद्र प्रधान

Pahalgam Terror Attack : भारत के कड़े फैसले से तिलमिलाया पाकिस्तान, ताबड़तोड़ बुलाई हाईलेवल मीटिंग

LIC अधिकारी को आतंकियों ने कलमा पढ़ने के लिए कहा था, CM डॉ. मोहन यादव ने सुशील नथानियल की पार्थिव देह को दी श्रद्धांजलि

क्या है सिंधु जल समझौता, जिसे भारत ने रद्द कर पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका

अगला लेख
More