भारत-चीन का यह युद्ध 20 अक्टूबर 1962 को शुरू हुआ था। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने गलवान पोस्ट पर भारी गोलीबारी और बमबारी के लिए एक बटालियन को भेजा था। इस दौरान यहां 33 भारतीय सैनिक मारे गए थे, कई कंपनी कमांडर और अन्य लोगों को चीनी सेना ने बंदी बना लिया।
18 नवंबर, 1962 को लद्दाख में 18,000 फुट ऊंची ऊंची एक बर्फीली चोटी पर चीन के साथ यह लड़ाई लड़ी गई। चीन ने रेज़ांगला की भारतीय पोस्ट पर अचानक हमला कर दिया था। चीन रेज़ांगला पर कब्जा कर चुशूल गैरिसन का लेह से सड़क संपर्क तोड़ना चाहता था। उस दौरान वहां 13 कुमाऊं रेजिमेंट तैनात थी। भारत के सिर्फ 124 जवानों ने चीन के 1300 सैनिक मार गिराए थे। 20 अक्टूबर से लेकर 21 नवंबर तक पूरे 1 महीने तक यह युद्ध चला था। बाद में युद्ध विराम की घोषणा हुई। भारत के अक्साई चिन के बड़े हिस्से पर चीन ने कब्जा जमा लिया।