गर्मी के मौसम में बाहरी तापमान के साथ-साथ शरीर के अंदर का तापमान भी अधिक होता है। ऐसे में शरीर को पानी एवं द्रव्य पदार्थों की आवश्यकता भी ज्यादा होती है, ताकि तापमान में संतुलन बना रहे। लेकिन जब बार-बार पानी पीने के बाद भी न बुझे प्यास, तो एक बार इन घरेलू उपायों को जरूर आजमाएं -
1 पानी में शहद मिलाकर कुल्ला करने या लौंग को मुंह में रखकर चूसने से बार-बार लगने वाली प्यास शांत होती है।
2 बार-बार प्यास लगने की इस समस्या को जायफल से भी दूर किया जा सकता है इसके लिए बस जायफल का एक टुकड़ा मुंह में रखकर चूसते रहें। आपको प्यास नहीं लगेगी।
3 गाय के दूध से बना दही 125 ग्राम, शकर 60 ग्राम, घी 5 ग्राम, शहद 3 ग्राम व काली मिर्च-इलायची चूर्ण 5-5 ग्राम लें। दही को अच्छी तरह मलकर उसमें अन्य पदार्थों को मिलाएं और किसी स्टील या कलई वाले बर्तन में रख दें। उसमें से थोड़ा-थोड़ा दही सेवन करने से बार-बार लगने वाली प्यास शांत होती है।
4 जौ के भुने सत्तू को पानी में घोलकर, उसमें थोड़ा सा घी मिलाकर पतला-पतला पीने से भी प्यास शांत होती है।
5 चावल के मांड में शहद मिलाकर पीने से भी तृष्णा रोग यानि बार-बार प्यास लगना या प्यास न बुझने की समस्या में आराम मिलता है।
6 पीपल की छाल को जलाकर पानी में डाल दें और जब यह राख नीचे बैठ जाए, तो उस पानी को छानकर पिएं। ऐसा करने से प्यास शांत होगी। इसके अलावा पीपल का चूर्ण बनाकर फक्की लगाकर पानी पीने से भी प्यास लगना बंद होगी।
7 पान खाना भी प्यास से मुक्ति पाने का बेहद आसान और कारगर उपाय है। पान खाने से प्यास कम लगती है और मुंह और गला भी नहीं सूखता।
8 दही में गुड़ मिलाकर खाना भी प्यास बुझाने का एक कारगर घरेलु उपाय है। इससे खाना खाने के बाद लगने वाली तेज प्यास को कम किया जा सकता है।
9 अनानास का ऊपरी छिलका और भीतरी कठोर भाग निकाल कर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर, इन टुकड़ों को पानी में पकाकर नरम बनाएं और फिर चीनी की चाशनी बनकर उसमें डाल दें। इस मुरब्बे जैसे जूस का सेवन करने से प्यास बुझती है तथा शरीर की जलन शांत होती है, इससे हृदय को बल मिलता है।
10 इन सब के अलावा तरबूज तो है ही एक बेहतरीन और स्वादिष्ट विकल्प, जिससे प्यास तो बुझती ही है भूख भी मिट जाती है और पेट देर तक भरा-भरा रहेगा।