भुवनेश्वर: जर्मनी ने एक यादगार वापसी की कहानी लिखते हुए रविवार को एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 के फाइनल में बेल्जियम को हरा कर तीसरी बार विश्व विजेता बनने का गौरव हासिल किया। बेल्जियम एक समय पर 2-0 से आगे था, लेकिन जर्मनी ने अपने हौसले के दम पर वापसी की और शूटआउट में मुकाबला 5-4 (फुल टाइम 3-3) से जीत लिया।
कलिंगा स्टेडियम पर खेले गये रोमांचक खिताबी मुकाबले में गत चैंपियन बेल्जियम ने फ्लोरेंट ऑबेल वान (10वां मिनट) और टैंगाय कोसाइन्स (11वां मिनट) के गोल की बदौलत शुरूआती बढ़त बना ली थी, लेकिन जर्मनी ने अपने अंदाज़ में वापसी की। निकलास वेलेन ने 29वें मिनट में गोल करके जर्मनी का खाता खोला, जबकि गोंज़ालो पेलेट्स ने 40वें मिनट में गोल करके स्कोर बराबर कर दिया। मैट्स ग्रैम्बुश ने 47वें मिनट में गोल करके जर्मनी को बढ़त की स्थिति में पहुंचाया लेकिन 59वें मिनट में टॉम बून ने गोल करके स्कोर पुनः बराबर किये और मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में पहुंच गया।
शूटआउट में शुरुआती पांच प्रयासों के बाद दोनों टीमें 3-3 पर बराबर थीं। जर्मनी ने चौथे और पांचवें प्रयास में भी गेंद को नेट में पहुंचाया, लेकिन बेल्जियम के आखिरी प्रयास पर गोलकीपर जॉन पॉल डैनबर्ग गोलपोस्ट के आगे दीवार बनकर खड़े हो गये।यह जर्मनी का तीसरा विश्व खिताब है। उसने इससे पहले 2002 और 2006 में विश्व चैंपियन का ताज अपने सिर सजाया था।
लगातार दूसरी बार चैंपियन बनने के इरादे से मैदान पर उतरी बेल्जियम ने दमदार शुरुआत की। जर्मनी को मैच के पांचवें मिनट पर पेनल्टी कॉर्नर मिला मगर वह इसे गोल में तब्दील नहीं कर सका, वहीं दूसरी ओर फ्लोरेंट और कोसाइन्स ने पहले क्वार्टर में ही एक-एक गोल करके बेल्जियम को मजबूत बढ़त दिला दी।
इस बीच, पहले गोल की तलाश में जर्मनी का संघर्ष जारी रहा, लेकिन बेल्जियम ने लंबे समय तक मैच को अपनी पकड़ में रखा। जर्मनी 19वें मिनट में मिले पेनल्टी स्ट्रोक पर भी गोल नहीं कर सका। जर्मनी 28वें मिनट तक पीछे चल रहा था, लेकिन इसके बाद उसने वही किया जो वह पिछले दो मुकाबलों से करता आ रहा था।
वेलेन ने 29वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल किया, जबकि गोंज़ालो ने 41वें मिनट में अपनी जादुई हॉकी स्टिक से गोलकीपर विंसेंट वनाश को छकाते हुए गेंद को नेट में पहुंचा दिया। बेल्जियम इन हमलों से संभला भी नहीं था कि मैट्स ग्रैम्बुश ने मुकाबले में अपनी भागीदारी बढ़ाते हुए जर्मनी का तीसरा गोल दाग दिया।
जर्मनी एक यादगार जीत की ओर अग्रसर थी, लेकिन बेल्जियम को मुकाबला खत्म होने से दो मिनट पहले पेनल्टी कॉर्नर मिला। बून ने कलिंगा स्टेडियम में मौजूद हॉकी प्रेमियों के लिये रोमांच का पारा बढ़ाते हुए इस पेनल्टी को गोल में बदला और मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में चला गया।
बेल्जियम ने विश्व कप 2018 के फाइनल में नीदरलैंड को शूटआउट में मात दी थी, लेकिन यहां वह अपना कारनामा नहीं दोहरा सका। बेल्जियम के चार गोलों की तुलना में जर्मनी ने पांच गोल करके खिताब जीत लिया। कोसाइन्स जब बेल्जियम के लिये सातवां प्रयास करने उतरे तो डैनबर्ग ने उन्हें नेट तक पहुंचने की अनुमति नहीं दी।
इस जीत के साथ कप्तान ग्रैम्बुश ने टिमो वेब और फ्लोरियान कुंज़ के साथ जर्मनी के लिये विश्व कप लाने वाले कप्तानों की सूची में अपना नाम दर्ज करवा लिया है।
नीदरलैंड को कांस्य पदक, ऑस्ट्रेलिया नहीं पहुंच पाया पोडियम
नीदरलैंड ने कप्तान थिएरी ब्रिंकमैन के दो गोलों की बदौलत रविवार को एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 के कांस्य पदक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 3-1 से मात दी।कलिंगा स्टेडियम पर खेले गये मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने 12वें मिनट में जेरेमी हेवर्ड के गोल से बढ़त बना ली थी। जिप जैनसेन ने इसके बाद 32वें मिनट में गोल दागकर स्कोर बराबर किया, जबकि ब्रिंकमैन ने 34वें और 39वें मिनट में गोल दागकर नीदरलैंड की जीत सुनिश्चित की।
पिछले दो विश्व कपों की उपविजेता नीदरलैंड ने इस जीत के साथ टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि विश्व कप की सबसे सफल टीम ऑस्ट्रेलिया चौथे स्थान पर रही।
ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि मुकाबले की शुरुआत सकारात्मक रूप से की थी। मैच के 12वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर हेवर्ड ने गोल करके कंगारुओं को बढ़त दिलाई। नीदरलैंड ने 20वें मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन अपने अभेद्य रक्षण की बदौलत ऑस्ट्रेलिया हाफ टाइम तक 1-0 से आगे रहा।
दूसरा हाफ शुरू होते ही नीदरलैंड की फॉरवर्ड पंक्ति ने मुकाबले पर पकड़ बनाना शुरू कर दी। डच टीम ने शुरुआती तीन मिनटों में ही तीन पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किये और जैनसेन ने तीसरे कॉर्नर को गोल में तब्दील करके स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। कप्तान ब्रिंकमैन ने भी दो मिनट बाद गोल दागकर अपनी टीम को बढ़त की स्थिति में पहुंचा दिया।
ऑस्ट्रेलिया ने इसके बाद मुकाबले में वापसी करने का प्रयास किया, लेकिन ब्रिंकमैन ने 39वें मिनट में अपना दूसरा गोल करके नीदरलैंड को 3-1 की बढ़त दिला दी। इसके बाद नीदरलैंड ने दो पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किये, हालांकि इनपर स्कोर न करने के बाद भी नीदरलैंड मुकाबले को अपने नाम करने में कामयाब रहा। (एजेंसी)