Hindu prasad khane ke fayde : हिन्दू सनातन धर्म में भगवान को नैवेद्य अर्पित करके उसे प्रसाद रूप में खाने का प्रचलन है। प्रसाद खाने का फायदा नहीं देखा जाता परंतु कई लोग जानना चाहते होंगे कि आखिर क्या फायदा होगा प्रसाद खाने का? आओ जानते हैं इस संबंध में सामान्य जानकारी।
प्रसाद खाने के फायदे- prasad khane ke fayde:
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प्रसाद खाने से मन निर्मिल होकर चित्त शांत होता है।
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छोड़ा सा भी प्रसाद हमें तृप्ति देता है।
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प्रसाद खाने से मन और मस्तिष्क में सकारात्मक भाव निर्मित होते हैं।
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प्रसाद हमें भगवान से जोड़े रखने का एक तरीका भी है।
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प्रसाद हमारे मन में भक्ति और आस्था को जन्म देता है।
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प्रसाद हजारों प्रकार का होता है जो सेहत संबंधी लाभ देता है।
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प्रसाद हमें निरोगी बनाता है, क्योंकि इसमें सभी पोषक तत्व मौजूद रहते हैं।
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जैसे छठ का ठेकुआ का प्रसाद सभी तरह के पोषक तत्व से भरपूर रहता है।
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पंचामृत प्रसाद, चरणामृत का प्रसाद, गुड़, चने चिरौंजी, नारियल और तुलसी मिला अन्य व्यंजन रोग मिटाता है।
प्रसाद देने के लाभ:
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लगातार प्रसाद वितरण करते रहने के कारण लोगों के मन में भी आपके प्रति अच्छे भावों का विकास होता है।
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इससे किसी के भी मन में आपके प्रति राग-द्वेष नहीं पनपता और आपके मन में भी उसके प्रति प्रेम रहता है।
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लगातार भगवान से जुड़े रहने से चित्त की दशा और दिशा बदल जाती है। इससे दिव्यता का अनुभव होता है और जीवन के संकटों में आत्मबल प्राप्त होता है। देवी और देवता भी संकटों के समय साथ खड़े रहते हैं।
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श्रीमद् भगवद् गीता (7/23) के अनुसार अंत में हमें उन्हीं देवी-देवताओं के स्वर्ग, इत्यादि धामों में वास मिलता है जिसकी हम आराधना करते रहते हैं।
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श्रीमद् भगवद् गीता में भगवान श्रीकृष्ण, अर्जुन के माध्यम से हमें यह भी बताते हैं कि देवी-देवताओं के धाम जाने के बाद फिर पुनर्जन्म होता है अर्थात देवी-देवताओं का भजन करने से, उनका प्रसाद खाने से व उनके धाम तक पहुंचने पर भी जन्म-मृत्यु का चक्र खत्म नहीं होता है। (श्रीगीता 8/16)।