Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

हिन्दी कविता : सबेरा हुआ

हमें फॉलो करें हिन्दी कविता : सबेरा हुआ
webdunia

अशोक बाबू माहौर

उठो, 
सबेरा हुआ
चांद छुप गया
रंग बदल गया
भानु दस्तक देने लगा
दरवाजे पर
चिड़ियों की चहचाहट
मन गुदगुदाने लगी
बैठी काकी चबूतरे पर
समझाती
कुछ बतियाती 
देखो पेड़ों ने भी
आंखें खोली
अब तो जागो बिटिया
सुबह हुई
नए दिन की शुरुआत हुई। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

चंद्र ग्रहण 2020 : 10 जनवरी को ग्रहण में जपें ये 5 मंत्र, हर समस्या का होगा अंत