जो जन मालवा और मालवी से थोड़ा भी परिचित हैं। वो इसे बहुत बेहतर समझ जाएंगे।
हूँ वैद्य जी के कने गयो, म्हने पूछ्यो की कोरोना वास्ते कोई काढ़ो बताओ..
वैद्य जी बोल्या पांच तरह को काढ़ो है.
पेलो : पूरो लॉकडाउन घर में ही “काढ़ो”.
दूजो : थोड़ो टाइम परिवार के वास्ते “काढ़ो”
तीजो : जित्तरी ज़रूरत हो उत्ता ही रुपयों बैंक से “काढ़ो”
चौथो : एक्सरसाइज के वास्ते दिन में दो बार झाड़ू “काढ़ो”
पाँचवों : घर बैठ्या बैठ्या, दूसरा की गलतियां मत काढ़ो