Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

बुद्धि और स्मरण शक्ति में वृद्धि के लिए पुष्य नक्षत्र पर 200 बच्चों का स्वर्णप्राशन संस्कार

हमें फॉलो करें बुद्धि और स्मरण शक्ति में वृद्धि के लिए पुष्य नक्षत्र पर 200 बच्चों का स्वर्णप्राशन संस्कार
इंदौर में महापुष्य नक्षत्र शुभ संयोग पर 200 बच्चों का स्वर्णप्राशन संस्कार संपन्न हुआ। डॉ. सुषमा आयुर्वेद हब (सपना संगीता रोड) पर इस स्वर्णप्राशन संस्कार आयोजन ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। स्वर्णप्राशन संस्कार से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ बौद्धिक एवं संपूर्ण शारीरिक विकास होता है।  
 
पुष्य नक्षत्र हर महीने आता है पर मंगलवार 18 अक्टूबर को साल का सबसे बड़ा पुष्य नक्षत्र योग था। स्वर्णप्राशन संस्कार में शामिल सभी बच्चों ने दीए बनाए एवं अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वर्ण भस्म से निर्मित औषधि ग्रहण की। 
डॉ. सुषमा खंडेलवाल आयुर्वेद में पारंगत हैं। विगत 15 वर्षों से बच्चों को स्वर्णप्राशन करवा रही हैं। इस औषधि में स्वर्ण भस्म, 15 ओजवर्धक एवं मेधावर्धक औषधि व शहद होता है...जिनसे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता में विकास होता है। बार बार बीमार होना कम हो जाता है तथा बुद्धि और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
 
लायंस क्लब के अध्यक्ष हेमंत ठाकुर, लायनेस अनिता ठाकुर, ला. संदीप अग्रवाल, लायनेस निशा अग्रवाल के अलावा सोशल मीडिया पर सक्रिय इन्मो, विक्की, वाउ ग्रुप के बच्चों ने भी स्वर्णप्राशन का लाभ लिया।
सुवर्णप्राशन या स्वर्णप्राशन एक आयुर्वेदिक परंपरा है, इसके अंतर्गत बच्चों को औषधि, शहद, घी और स्वर्ण भस्म का मिश्रण पिलाया जाता है।  

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हिन्दी में लघुकथा : लक्ष्मी