आप अक्सर किसी होटल में खाना खाने के बाद डेजर्ट ऑर्डर करते होंगे। खाना खाने के बाद डेजर्ट खाने का मज़ा ही कुछ और है। अधिकतर लोगों को मीठा खाना बहुत पसंद होता है। शुगर का सेवन हमारे शरीर को एनर्जी देता है। साथ ही हमारे दिमाग में मौजूद डोपामाइन केमिकल को रिलीज़ करता है जिससे हमे अच्छा फील होता है। इसी कारण से मीठा खाने के बाद लोगों का मूड अच्छा हो जाता है। ज़्यादा मीठा या शक्कर खाना हमारे सेहत के लिए हानिकारक भी है।
आपको बता दें कि भारत 'डायबिटीज कैपिटल ऑफ़ द वर्ल्ड' नाम से जाना जाता है। विश्व में कुल डायबिटीज के मरीजों में से 17% मरीज सिर्फ भारतीय हैं। भारत में करीब 80 मिलियन लोग डायबिटीज के शिकार हैं। इसके साथ ही आने वाले साल 2045 में इन मरीजों की संख्या 135 मिलियन तक हो सकती है।
WHO की चेतावनी : डायबिटीज के इतने ज़्यादा केस बढ़ने के साथ ही नॉन-शुगर स्वीटनर का मार्किट भी तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। आपमें से कई लोग इस प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते होंगे। आपको बता दें कि हाल ही में WHO ने नॉन-शुगर स्वीटनर के इस्तेमाल पर चेतावनी जारी की है। WHO (World Health Organisation) के अनुसार नॉन- शुगर स्वीटनर (non-sugar sweetener) के सेवन से आपका अनहेल्दी तरीके से वज़न बढ़ता है। साथ ही इसके इस्तेमाल से आप कई बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। WHO ने बताया कि इस तरह के प्रोडक्ट में प्रोडक्ट इस्तेमाल करने की कोई सीमा मेंशन नहीं होती है। इस गंभीरता को देखते हुए WHO ने अपनी ऑफिसियल वेबसाइट पर नॉन-स्वीटनर शुगर के लिए नई गाइडलाइन जारी की है।
क्या हैं नॉन-शुगर स्वीटनर के नुक्सान?
1. बिमारियों का खतरा बढ़ता है : आर्टिफीसियल स्वीटनर(artificial sweetener) का इस्तेमाल करने से आपको कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। आर्टिफीसियल स्वीटनर आपका वज़न बढ़ाते हैं। साथ ही आपको कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है।
2. पाचन की समस्या : आर्टिफीसियल स्वीटनर के सेवन से आपको पाचन की समस्या हो सकती है। आर्टिफीसियल शुगर केमिकल से बनाया जाता है। केमिकल की मात्रा ज़्यादा होने के कारण आपको पाचन की समस्या हो सकती है।
3. शुगर क्रेविंग को बढ़ावा : आर्टिफीसियल शुगर के सेवन से आपकी शुगर क्रेविंग और अधिक बढ़ सकती है। आर्टिफीसियल शुगर आपकी शुगर नीड को संतुष्ट नहीं करती है इसलिए आपको और अधिक शुगर खाने का मन करता है।
4. हृदय के लिए है हानिकारक : शुगर आपके हृदय के लिए हानिकारक होती है। साथ ही आर्टिफीसियल सूअर भी आप के हृदय पर नेगेटिव प्रभाव डालती है। बढ़ते वज़न और इन्सुलिन के कारण आपके हृदय पर प्रभाव पड़ता है।