अपने घर को साफ़ रखना किसे नहीं पसंद? साफ़ और ऑर्गनाइज़ चीज़ देखकर हमारे दिमाग में डोपामाइन रिलीज़ होता है जिससे हमारा मूड अच्छा होता है। सफाई करना एक साधारण एक्टिविटी है पर कई लोग इसे OCD(obsessive compulsion disorder) से रेलेट कर लेते हैं। आपने कई लोगों से सुना होगा कि "अगर सफाई नहीं होती तो मेरी OCD ट्रिगर हो जाती है" दरअसल सफाई रखना और OCD होने में बहुत अंतर है। OCD सिर्फ सफाई से संबंधित नहीं है बल्कि OCD के कई गंभीर लक्षण भी होते हैं। आप इन लक्षणों के ज़रिए जान सकते हैं कि आपको OCD है या नहीं। तो चलिए जानते हैं OCD के लक्षणों के बारे में........
क्या हैं OCD के लक्षण?
OCD का मतलब होता है ऑब्सेसिव कम्पल्शन डिसऑर्डर(obsessive compulsion disorder)। ओबेस्सेशन(obsession) का मतलब है आपको बार-बार अनचाहे विचार आना या दिमाग में किसी प्रकार की इमेज आना। कम्पल्शन(compulsion) का अर्थ है एक ही व्यव्हार, एक्टिविटी या बात को बार-बार धोराना। ऐसा हो सकता है कि एक व्यक्ति को सिर्फ ओबसेशन या सिर्फ कम्पल्शन के लक्षण हों।
ऑब्सेसिव के लक्षण
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गंदगी या जर्म्स का डर होना
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चीज़ों को क्रम अनुसार जमाना
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सेल्फ हार्म या दूसरों को हार्म करने के विचार आना
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बार-बार डरावने या अग्रेसिव विचार आना
कम्पल्शन के लक्षण
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बार-बार हाथ धोना
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दरवाज़े का लॉक या गैस स्टोव को बार-बार चेक करना
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एक ही शब्द, प्रेयर या वाक्य को लगातार धोराना
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स्ट्रिक्ट रूटीन फॉलो करना
OCD के लक्षण किसी भी उम्र के व्यक्ति में हो सकते हैं। अधिकतर ये लक्षण टीनएज या एडल्ट में देखने को मिलते हैं। OCD के लक्षण माइल्ड से बहुत अधिक भी हो सकते हैं। ज़्यादा स्ट्रेस के कारण OCD के लक्षण प्रभावित भी हो सकते हैं। साथ ही ये एक लॉन्ग लाइफ डिसऑर्डर है।
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
वैसे तो OCD के लक्षण आपको ज़्यादा प्रभावित नहीं करते हैं पर अगर कोई व्यक्ति ज़्यादा ही इन लक्षणों से प्रभावित है तो उसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए। जैसे कि हाथ फटने के बाद भी लगातार हाथ धोना, सेल्फ हार्म के विचार आना और उन विचार से स्ट्रेस होना। अगर ऐसे लक्षण आपके जीवन को प्रभावित कर रहे हैं तो आपको ज़रूर डॉक्टर को दिखाना चाहिए।