सावन सोमवार का व्रत अविवाहित हो या विवाहित अधिकांश महिलाएं रखती हैं। लेकिन यदि आप प्रेग्नेंट है तो आपको ये व्रत व अन्य कोई भी व्रत इस दौरान रखने से बचना चाहिए, वरना ये आपके साथ ही आपके शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है।
जानिए प्रेग्नेंसी में व्रत करने के 5 नुकसान -
1 प्रेग्नेंसी में गर्भस्थ शिशु को मिलने वाला पोषण मां के खान-पान पर ही निर्भर करता है। ऐसे में अगर आप पूरा दिन निराहार और निर्जला व्रत करती हैं, तो शिशु को जरूरी पोषण की कमी हो सकती है।
2 आपके निर्जल उपवास रखने से शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है जिसका सीधा असर गर्भस्थ शिशु पर पड़ सकता है।
3 पूरे दिन खाना और पानी का सेवन ना करने से गर्भवती महिला के शरीर में हाइपोग्लाइसिमिक शुगर का लेवल गिर जाता है, जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक है।
4 मधुमेह और हाइपरटेंशन की स्थिति में प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखना नुकसानदायक है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने का डर भी बना रहता है।
5 अगर आपके प्रेग्नेंसी का आखरी समय चल रहा है तो आपको ये व्रत करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।