japanese walking technique: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में सेहतमंद रहना और वज़न को कंट्रोल में रखना किसी चैलेंज से कम नहीं है। लोग महंगे जिम, डाइट प्लान्स और सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं, लेकिन अक्सर रिजल्ट नहीं मिलते या फिर लोग उसे लंबे समय तक फॉलो नहीं कर पाते। लेकिन अब सोशल मीडिया और वेलनेस वर्ल्ड में एक नई फिटनेस ट्रेंड ने ज़बरदस्त पॉपुलैरिटी हासिल की है, जापानी वॉक। कहा जा रहा है कि मात्र 30 मिनट की ये जापानी वॉक उतनी ही कैलोरी बर्न करती है जितनी 10,000 कदम चलने पर होती है। तो सवाल ये है कि क्या सच में सिर्फ आधे घंटे की जापानी वॉक आपकी फिटनेस का गेम चेंज कर सकती है? आइए विस्तार से जानते हैं।
जापानी वॉक क्या है?
जापानी वॉक एक खास तरह की चलने की तकनीक है जिसे जापान के फिटनेस एक्सपर्ट्स ने डिज़ाइन किया है। इसमें सिर्फ चलना ही नहीं, बल्कि सही पॉश्चर, सांस लेने का तरीका, और बॉडी मूवमेंट का परफेक्ट तालमेल होता है। इसे “Japanese-style brisk walk” या “deep core walking” भी कहा जाता है। इस वॉकिंग टेक्नीक में आपकी सांस लेने की प्रक्रिया बहुत खास होती है, आप गहरी सांस लेकर धीरे-धीरे छोड़ते हैं और अपने पेट की मांसपेशियों को कसकर रखते हैं। इससे सिर्फ पैर नहीं, बल्कि पेट, कमर और पीठ की मांसपेशियाँ भी ऐक्टिव होती हैं, जिससे तेजी से फैट बर्न होता है।
अगर आप हर दिन 10,000 कदम चलते हैं तो लगभग 300-400 कैलोरी तक बर्न होती है। लेकिन हाल ही में हुए रिसर्च और फिटनेस कोचेस के अनुसार, 30 मिनट की जापानी वॉक भी लगभग 300-350 कैलोरी तक बर्न कर सकती है। यानी समय की बचत के साथ-साथ ज्यादा इफेक्टिव रिजल्ट मिल सकता है।जापानी वॉक की खास बात ये है कि इसमें आप न केवल कार्डियो करते हैं, बल्कि कोर मसल्स और बॉडी बैलेंस पर भी काम करते हैं। इसका मतलब है कि आपकी बॉडी की ओवरऑल टोनिंग भी होती है, जिससे वज़न घटाने के साथ-साथ शरीर स्लिम और शेप में आता है।
जापानी वॉक करने का सही तरीका: जानिए स्टेप-बाय-स्टेप
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रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और नजर सामने रखें।
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गहरी सांस लें और पेट को अंदर की तरफ खींचें।
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चलते समय अपने पूरे पैर का इस्तेमाल करें, पहले एड़ी जमीन पर रखें, फिर पंजा।
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हाथों को स्वाभाविक रूप से हिलाएं लेकिन कोर को टाइट रखें।
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30 मिनट तक लगातार चलें, थोड़ा तेज़ लेकिन सहज गति से।
सिर्फ वजन ही नहीं, मिलते हैं कई हेल्थ बेनिफिट्स: जापानी वॉक सिर्फ वज़न घटाने में ही मददगार नहीं है, बल्कि ये आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है:
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मेटाबॉलिज्म को तेज करती है
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डाइजेशन को बेहतर बनाती है
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पीठ और कमर दर्द में राहत देती है
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तनाव और स्ट्रेस कम करती है
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नींद की क्वालिटी में सुधार लाती है