Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से इस तरह असर होता है हार्ट पर, मात्र एक तरीके से बचें

हमें फॉलो करें lack of sleep effects on heart
, गुरुवार, 3 अगस्त 2023 (13:07 IST)
High Cholesterol: कोलेस्ट्रॉल बढ़ना या हाई या बैड कोलेस्ट्रॉल एक खामोश बीमारी है। यह दिल के रोगों के लिए खतरनाक है। जब शरीर में जरूरत से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है तो इसका असर हार्ट सहित सभी अंगों पर होने लगता है। आओ जानते हैं कि कैसे आता है हार्ट अटैक।
 
कोलेस्ट्रॉल के लक्षण इन हिन्दी- High Cholesterol Symptoms in Hindi:-
  1. पैर पर घाव ठीक न होना।
  2. पैरों की अंगुलियों पर घाव होने के लक्षण दिखना।
  3. पैरों में कमजोरी, पैरों का सुन्न होना।
  4. पैरों की त्वचा चमकदार दिखना।
  5. पैर के नाखूनों का न बढ़ना।
  6. पैरों की स्किन का कलर बदला हुआ दिखाई देना।
  7. पैरों में सूजन तथा पैरों का ठंडा होना।
  8. लगातार वजन बढ़ना।
  9. थोड़े से ही पैदल चलने से श्वास फूलना और पसीना आना।
  10. ये सभी कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि यानी हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण है।
webdunia
कोलेस्ट्रॉल का हार्ट पर असर:-
  1. धमनियों में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से खून गाढ़ा होकर धीरे बहने लगता है।
  2. बाद में धीरे-धीरे खून में थक्के जमने लगते हैं।
  3. दरअसल, कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से धमनियों की दीवारों के भीतर प्लाक जमता है।
  4. धमनियां सिकुड़ने लगती हैं, जिसकी वजह से रक्त प्रवाह में रुकावट आती है।
  5. यदि प्लाक बनना जारी रहता है, तो यह धमनियों में दबाव बनाना प्रारंभ कर देता है जिससे रक्त का थक्का जम सकता है।
  6. जैसे ही रक्त का थक्का जमता है, वैसे ही रक्त प्रवाह रुक जाता है जिसके चलते हार्ट पर प्रेशर आता है।
  7. हार्ट पर प्रेशर पड़ते ही हार्ट भी रुक जाता है, इसे ही हार्ट अटैक कहते हैं।
 
इस तरह बचें हार्ट अटैक से:-
  • तेल वाला फूड या फ्रूट खाना बंद करके भोजन में फाइबर की मात्रा बढ़ा दें।
  • इंटरमिटेंट फास्टिंग शुरू कर दें। तीन माह में कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में आ जाएगा।
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान इन 5 चीजों को खाने से बचें