लोगों की लाइफस्टाइल में तेजी से बदलाव आ रहा है। लेकिन खान- पान की बात की जाए तो गाड़ी अटक जाती है। जी हां, रहन - सहन और पहनावे में टाइम के साथ सब कुछ बदल रहा है पर पहले से अब और अधिक जंक फूड पर जोर दिया जाने लगा है। युवाओं की पहली पसंद जंक फूड बन गई है। लेकिन इसका असर हेल्थ पर आने वाले समय में दिखता है। जिससे कई तरह की बीमारियां कम उम्र में ही हमें घेर लेती है।
लेकिन अगर आप खानपान में बदलाव नहीं कर सकते तो बर्तनों में बदलाव कर अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं, जी हां, आज हम आपको बताएंगे मिट्टी के बर्तन से मिलने वाले लाभ के बारे में -
सेहत रहे तंदुरुस्त - आज के वक्त में आधुनिक बर्तन में खाना पकाते समय कुछ सावधानियां बरतना जरूरी होता है। लेकिन मिट्टी के बर्तन में ऐसा नहीं है। बल्कि मिट्टी के बर्तन में खाना पकाने से करीब 10 तरह के पोषक तत्वों का लाभ मिलता है। जिसमें मुख्य रूप से कैल्शियम, मैग्नीशियम, सल्फर, कोबाल्ट, जिप्सम, सिलिकॉन, आयरन आदि शामिल होते हैं।
कब्ज से दिलाए राहत - आज के वक्त में कब्ज की समस्या होना आम बात हो गई है। ऑफिस टाइम में अक्सर खाना खाकर बैठने पर गैस की समस्या होने लगती है। इसलिए मिट्टी के तवे पर रोटी पकाने से गैस और कब्ज की समस्या से निजात दिलाने में मदद मिलेगी।
पोषक तत्व नहीं होते हैं नष्ट - मिट्टी के बर्तन में पकी हुई दाल और सब्जियों के पोषक तत्व नष्ट नहीं होते हैं। इस बर्तन में बने दाल और सब्जी के 99.9 फीसदी माइक्रो न्यूट्रीएंट्स बचे रहते हैं हालांकि कुकर में सब्जी पकाने से अधिकतम पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
तेल का प्रयोग कम - मिट्टी के बर्तन में खाने पकाने का सबसे बड़ा फायदा है तेल का प्रयोग कम होता है। जी हां, अगर आपको ऑयली खाना बिल्कुल भी नहीं पसंद है तो मिट्टी के बर्तन सबसे अच्छे हैं। साथ ही इसमें खाना चिपकने का कोई डर भी नहीं।
खाना बार - बार गर्म नहीं करना पड़ता - जी हां, मिट्टी के बर्तन में खाना एक बार गर्म करने के बाद अन्य बर्तन के मुकाबले खाना जल्दी ठंडा नहीं होता है। अंदर का तापमान भी बना रहता है। साथ ही मिट्टी के बर्तन में खाना बार-बार गर्म करने से पोषक तत्व भी बहुत अधिक खत्म नहीं होते हैं।
मिट्टी के बर्तन में खाने बनाने से पहले कुछ नियम और सावधानियां जरूर रखें -
- अगर आप मिट्टी के नए बर्तन में खाना बना रहे हैं तो सबसे पहले उसे रातभर पर पानी में डुबोकर निकाल कर उल्टा रख दें।
- अगले दिन में किसी बर्तन में पानी गर्म करके मिट्टी के बर्तन में डाल दें। ऐसा 4-5 दिन तक करें।
- इसके बाद ब्रश की सहायता से इसे हल्के हाथों से रगड़े ताकि अन्य जमा मिट्टी निकल जाएं। बाद में धोकर धूप में सुखा दें।
- इसके बाद बर्तन के चारों ओर अंदर तेल लगा दें और गैस पर धीमी आंच में गर्म करें।
- गैस पर करीब 1 घंटे के गर्म होने के बाद ही इसमें खाना बनाएं।
सावधानियां
- कभी भी मिट्टी के बर्तन को तेज आंच पर नहीं रखें।
- खाने को मध्यम आंच पर ही पकाएं।
- बार - बार आंच को तेज या धीमा नहीं करें। एक ही जैसी आंच रखें। इससे बर्तन क्रैक नहीं होंगे।
- खाना बनाते समय लकड़ी के चम्मच का इस्तेमाल करें।