एक तरफ देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है तो दूसरी ओर डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। फिलहाल रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में करीब 11 राज्यों में डेंगू का गंभीर संक्रमण फैल रहा है। कई राज्यों में डेंगू को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है। जहां जरूरत होने पर ही घर से बाहर निकलने की लिए कहा गया है। प्रमुख रूप से डेंगू उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मप्र में फैल रहा है। सितंबर से अक्टूबर माह में डेंगू का प्रकोप बढ़ने लग जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक डेंगू की चपेट में आ रहे लोगों में सीरोटाइप-2 का खतरा बढ़ रहा है। जिसे अन्य डेंगू के टाइप से अधिक खतरनाक माना जा रहा है। जानते हैं सीरोटाइप-2 के लक्षण और बचाव के उपचार -
सीरोटाइप-2 किस प्रकार का स्ट्रेन है ?
अमेरिकन जर्नल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन एंड हाइजीन में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक डेंगू के सीरोटाइप-2 को अधिक गंभीर पाया गया है। इसकी चपेट में आने से बॉडी में रक्तस्त्रावी बुखार भी हो सकता है। ये पहले प्रकार का होता है। जिसमें रक्त ले जाने वली नलिकाएं, रक्त स्त्राव और रक्त प्लेटलेट्स का लेवल कम होने लगती है। वहीं दूसरा प्रकार है शॉक सिंड्रोम जिसके मरीज दिल्ली में मिल रहे हैं। शॉक सिंड्रोम में मरीज की हालत गंभीर हो जाती है। बेचैनी होने लगती है, तेज बुखार के साथ ठंड लगती है। नाड़ी कभी तेज तो कभी धीरे होने लगती है, ब्लड प्रेशर कम होने लगता है, अंगों में रक्त का संचार कम होने से वह शॉक की स्थिति में चला जाता है।
डेंगू सीरोटाइप - 2 के लक्षण
- तेज बुखार आना।
- बेचैनी होना।
- पल्स रेट गिरना।
- नाक से खून आना।
- लिवर का बढ़ना।
- ब्लड प्रेशर का ध्यान रखते रहे।
- प्लेट लेट्स कम होना।
डेंगू का इलाज -
- सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें। उनके कहने पर ब्लड टेस्ट कराएं।
- ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट के बाद डॉक्टर इलाज करते हैं।
- मरीज को अधिक से अधिक आराम करने की सलाह दी जाती है और द्रव्य पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
सीरोटाइप - 2 से बचाव के उपचार
- बच्चे गंदगी वाली जगहों पर खेलने से बचें।
- मच्छरों से बचाव के लिए बॉडी क्रीम का इस्तेमाल करते रहे।
- फूल स्लीव और ढीले कपड़े पहने।
- मच्छरदानी लगाकर सोएं।
- बर्तनों में पानी भरकर नहीं रखें। एडीज मच्छर गंदे और साफ पानी दोनों जगहों पर उत्पन्न होते हैं।