Biodata Maker

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

क्या आपको भी चीजें याद नहीं रहतीं? हो सकता है ब्रेन फॉग, जानिए इलाज

Advertiesment
हमें फॉलो करें brain fog

WD Feature Desk

, शुक्रवार, 16 मई 2025 (18:29 IST)
brain fog treatment in Hindi: क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि आपका दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा? बातें याद नहीं रहतीं, ध्यान नहीं लगता, और दिमाग जैसे भारी-भारी सा लगता है? अगर हां, तो हो सकता है आप ब्रेन फॉग से जूझ रहे हों। यह कोई बीमारी नहीं है, लेकिन ये एक साइकोलॉजिकल और न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है, जो आपकी डेली लाइफ को प्रभावित कर सकती है। आज के इस फास्ट-फॉरवर्ड और स्क्रीन-ड्रिवन दौर में ब्रेन फॉग एक आम समस्या बनती जा रही है। वर्क प्रेशर, नींद की कमी, खराब खानपान और स्ट्रेस जैसे कई कारण इसे जन्म देते हैं।
 
ब्रेन फॉग क्या होता है?
ब्रेन फॉग एक मानसिक स्थिति है जिसमें इंसान को सोचने, फोकस करने, याद रखने और डिसीजन लेने में परेशानी होती है। इसे हिंदी में हम “मानसिक धुंध” या “दिमागी थकान” कह सकते हैं। इसमें ऐसा महसूस होता है जैसे दिमाग साफ नहीं सोच पा रहा हो, जैसे उसमें कोई रुकावट हो।
 
ये समस्या आमतौर पर अस्थाई होती है लेकिन अगर लंबे समय तक बनी रहे, तो यह आपकी पढ़ाई, काम और रिलेशनशिप पर बुरा असर डाल सकती है। ब्रेन फॉग में आपको ये लक्षण दिख सकते हैं:
  • चीजें जल्दी भूल जाना
  • ध्यान केंद्रित न कर पाना
  • फैसले लेने में मुश्किल
  • थकान या आलस का अनुभव
  • नेगेटिव सोच या मूड स्विंग्स
ब्रेन फॉग का इलाज (Brain Fog Treatment in Hindi)
1. नींद की क्वालिटी सुधारें: हर रात कम से कम 7 से 8 घंटे की गहरी नींद लें। सोने से पहले मोबाइल या स्क्रीन से दूरी बनाएं। सोने का समय नियमित रखें ताकि दिमाग को आराम मिल सके।
 
2. हेल्दी डाइट अपनाएं: अपने खाने में ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन B12, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स शामिल करें। हरी सब्जियां, फल, नट्स, अंडा, मछली और दही जैसे खाद्य पदार्थ दिमाग को एनर्जी देते हैं। शुगर और कैफीन का कम सेवन करें।
 
3. फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है: हर दिन कम से कम 30 मिनट की वॉक, योग, स्ट्रेचिंग या एक्सरसाइज करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दिमाग तक ऑक्सीजन पहुंचती है।
 
4. स्ट्रेस मैनेजमेंट करें: मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग और माइंडफुलनेस जैसे टूल्स से आप तनाव को कंट्रोल कर सकते हैं। रोजाना 10 से 15 मिनट ध्यान लगाना ब्रेन को शांत करता है और सोचने की ताकत बढ़ाता है।
 
5. डिजिटल डिटॉक्स करें: हर घंटे में 5-10 मिनट का ब्रेक लें। हफ्ते में एक दिन डिजिटल डिटॉक्स करें जिसमें मोबाइल, लैपटॉप से दूरी बनाएं और प्रकृति के पास जाएं। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी ब्रेन पर बुरा असर डाल सकती है।
 
6. मेडिकल सलाह लें: अगर ब्रेन फॉग बहुत समय से बना हुआ है और घरेलू उपाय असर नहीं कर रहे, तो डॉक्टर से मिलें। थायरॉइड, बी12 डेफिशिएंसी या न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर की जांच करवाना जरूरी है। 


अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ को हुआ लिवर ट्यूमर, जानिए कारण, लक्षण और बचाव के उपाय