नई दिल्ली। ऐसा लग रहा है कि गुजरात में एक बार फिर भाजपा अपनी सरकार बनाने जा रही है। हालांकि यह ओपिनियन पोल के अनुमान हैं, लेकिन इसके आधार पर मानें तो भाजपा पिछली बार की तुलना में अच्छा प्रदर्शन करने जा रही है। पिछली बार भाजपा को 99 सीटें मिली थीं, जबकि इस बार उसे 131 से 139 सीटें मिल सकती हैं।
सी-वोटर-एवीपी न्यूज के सर्वे के मुताबिक भाजपा को इस बार 131 से 139 सीटें मिल सकती हैं, जो पिछली बार के मुकाबले ज्यादा है। 2012 में भी भाजपा को 115 सीटें मिली थीं। हालांकि राज्य की 182 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 92 सीटों की दरकार रहेगी। कांग्रेस को इस चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। पिछले चुनाव में 77 सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस बार 31 से 39 सीटों पर सिमट सकती है।
वहीं, आम आदमी पार्टी 7 से 15 सीटें जीत सकती है। अन्य के खातें में 2 सीटें तक जा सकती हैं। 56 फीसदी लोगों का मानना है कि राज्य में एक बार फिर भाजपा सरकार बना सकती है। 20 फीसदी लोगों का झुकाव आप की तरफ दिखाई दे रहा है, वहीं 17 फीसदी लोगों की पसंद कांग्रेस है।
इस सर्वे के अनुसार भाजपा हर क्षेत्र में बढ़त बनाते हुए दिख रही है। सौराष्ट्र क्षेत्र की 54 सीटों में से भाजपा 37 से 41 सीटें हासिल कर सकती है, वहीं कांग्रेस 8 से 12 सीटें, आप 4 से 6 एवं अन्य 0-1 सीटें जीत सकते हैं। दक्षिण गुजरात में भी भाजपा की स्थिति मजबूत बताई जा रही है। यहां की 35 सीटों में से भाजपा 26 से 30 सीटें जीत सकती है, जबकि कांग्रेस 4 से 8 सीटों पर जीतते हुए दिख रही है। आप 0-2 एवं अन्य 0-1 सीटों पर जीत हासिल कर सकते हैं।
मध्य गुजरात की 61 सीटों में से भाजपा 46 से 50 सीटें जीत सकती है, वहीं कांग्रेस 8 से 12 सीटें हासिल कर सकती है। आम आदमी पार्टी 1 से 3 एवं अन्य 0 से 2 सीटें जीत सकते हैं। उत्तर गुजरात की 32 सीटों में से भाजपा के खाते में 18 से 22 सीटें जा सकती हैं, वहीं कांग्रेस 7 से 11 सीटें जीत सकती है। आप 2 से 4 एवं अन्य 0 से 1 सीट जीत सकते हैं।
कौन बनेगा मुख्यमंत्री : जहां तक मुख्यमंत्री पद का सवाल है तो इस सर्वे में वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल 33 फीसदी लोगों की पसंद बनकर उभरे हैं, वहीं दूसरे नंबर पर शुक्रवार को आप द्वारा घोषित मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी 20 फीसदी लोगों की पसंद हैं। विजय रूपाणी, नितिन पटेल समेत अन्य नाम लोगों की पसंद के मामले में काफी पीछे हैं।
कौनसा मुद्दा रहेगी हावी : 27 फीसदी लोगों का मानना है कि इस चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बड़ी भूमिका निभा सकता है। वहीं 17 फीसदी लोगों का मानना है कि इस चुनाव में मोदी-शाह का चेहरा बड़ी भूमिका निभाएगा। 16 फीसदी लोग सरकार के काम के आधार पर वोट कर सकते हैं, वहीं 19 फीसदी ध्रुवीकरण को प्रमुख मुद्दा मानते हैं। 16 फीसदी लोग आम आदमी पार्टी को भी अहम मुद्दा मानते हैं।
Written by: Vrijendra Singh Jhala