नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा के पिछले चुनाव में कुल 16 उम्मीदवारों ने 1 लाख से अधिक वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी जिनमें से 15 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के और 1 कांग्रेस का प्रत्याशी था। इन क्षेत्रों में इस बार भी रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा।
पिछले चुनाव में राज्य के मणिनगर सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, नारणपुरा से भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह और घटलोडिया से आनंदीबेन पटेल अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों से भारी अंतर से जीतने में कामयाब रहे थे। बाद में हुए लोकसभा चुनाव में मोदी ने गुजरात के वडोदरा के अलावा उत्तरप्रदेश के वाराणसी से भी चुनाव लड़ा था और दोनों सीटों से विजयी हुए थे।
प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने वडोदरा सीट से इस्तीफा दे दिया था। शाह को भी बाद में भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था और वे राज्यसभा के लिए चुन लिए गए थे। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आनंदीबेन पटेल राज्य की मुख्यमंत्री बनीं, लेकिन कुछ समय बाद उनके स्थान पर रुपाणी को मुख्यमंत्री बना दिया गया। पटेल इस बार चुनाव नहीं लड़ रही हैं।
भाजपा ने इस बार मणिनगर से सुरेशभाई पटेल को उम्मीदवार बनाया है, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस की श्वेता भट्ट से होगा। पिछले चुनाव में मोदी को 1 लाख 20 हजार से अधिक वोट मिले थे और उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी भट्ट को बुरी तरह पराजित किया था।
नारणपुरा में इस बार भाजपा ने कौशिक पटेल को उम्मीदवार बनाया है, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के नितिन पटेल से होगा। पिछले चुनाव में शाह ने 1 लाख से अधिक वोट लाकर कर कांग्रेस के जीतूभाई पटेल को पराजित किया था। पिछली बार के दोनों उम्मीदवार इस चुनाव में नहीं हैं।
पटेल ने वर्ष 2012 के चुनाव में घटलोडिया विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख 54 हजार से अधिक वोट लाकर कांग्रेस के रमेश भाई पटेल को बड़े अंतर से हराया था। वे इस बार चुनाव मैदान में नहीं हैं। भाजपा ने यहां से भूपेन्द्र पटेल और कांग्रेस ने शशिकांत पटेल को चुनाव लड़ाया है।
वेजलपुर सीट पर पिछले चुनाव में भाजपा ने किशोर सिंह चौहाण को उम्मीदवार बनाया था और उन्होंने 1 लाख 13 हजार से अधिक मत लाकर कांग्रेस के मुर्तुजा खान पठान को लगभग 40 हजार मतों से हराया था। भाजपा ने इस बार भी चौहाण पर भरोसा जताया है जबकि कांग्रेस ने पठान की जगह मिहिर शाह को उम्मीदवार बनाया है। (वार्ता)