Daddoo ka darbar : मुख्यमंत्री पद

एमके सांघी
प्रश्न : दद्दूजी, भाजपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन कर बहुमत हासिल करने के बाद अपनी पार्टी से मुख्यमंत्री पद कि जिद कर शिवसेना ने भाजपा के संग अपनी पुरानी दोस्ती को धता बता दी। शिवसेना को भी कांग्रेस तथा राकांपा ने झटका देते हुए समय पर समर्थन पत्र नहीं दिए। परिणामस्वरूप प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। क्या आपको नहीं लगता है कि शिवसेना न घर कि रही और न घाट की? उसकी शिवसैनिक के मुख्यमंत्री होने की इच्छा पूरी होती नहीं दिख रही।
 
उत्तर : आपकी सोच निराशावादी है। हिन्दुस्तान में कई बार लोगों को छप्पर फाड़कर भी मिल जाता है। हो सकता है कि छप्पर फाड़कर मुख्यमंत्री पद शिवसेना की झोली में गिर जाए। शिवसेना भी शायद अब ऐसे ही किसी चमत्कार की उम्मीद कर रही है। यदि वाकई ऐसा संभव हो गया तो आज जो समीक्षक शिवसेना की हंसी उड़ा रहे हैं, शिवसेना उन पर हंसेगी।

ALSO READ: Tirupati Balaji Darshan : तिरुपति बालाजी के वीआईपी दर्शन

सम्बंधित जानकारी

Show comments

बॉलीवुड हलचल

बीवी नंबर 1 : सुष्मिता सेन की लंबी हाइट से सलमान खान को नहीं थीं परेशानी, जूतों में लिफ्ट लगाने से कर दिया था इनकार

शूजित सरकार की फिल्म आई वांट टू टॉक को फैंस मिल रहा है जबरदस्त रिस्पॉन्स, सोशल मीडिया पर कर रहे तारीफ

कांतारा : चैप्टर 1 के कलाकारों के साथ हुआ हादसा, बस पलटने से 6 जूनियर आर्टिस्ट्स हुए गंभीर घायल

जालीदार ड्रेस पहन शमा सिकंदर ने फ्लॉन्ट किया कर्वी फिगर, हॉट तस्वीरें वायरल

अरिजीत सिंह की वजह से मिला था आयुष्मान खुराना को पहली बार लाइव परफॉर्म करने का मौका

सभी देखें

जरूर पढ़ें

भूल भुलैया 3 मूवी रिव्यू: हॉरर और कॉमेडी का तड़का, मनोरंजन से दूर भटका

सिंघम अगेन फिल्म समीक्षा: क्या अजय देवगन और रोहित शेट्टी की यह मूवी देखने लायक है?

विक्की विद्या का वो वाला वीडियो फिल्म समीक्षा: टाइटल जितनी नॉटी और फनी नहीं

जिगरा फिल्म समीक्षा: हजारों में एक वाली बहना

Devara part 1 review: जूनियर एनटीआर की फिल्म पर बाहुबली का प्रभाव

अगला लेख
More