वोल्गोग्राद। फीफा विश्व कप फुटबॉल के नॉकऑउट की होड़ से बाहर हो चुके सऊदी अरब ने मिस्र के खिलाफ सोमवार को ग्रुप ए में सम्मान की जंग जीत ली और वह विश्व कप से जीत के साथ विदा हुआ। सऊदी अरब की 24 वर्षों में विश्व कप में यह पहली जीत है।
सऊदी अरब इस मुकाबले को जीतने के साथ ग्रुप में अंतिम स्थान पर आने की शर्मिंदगी से बच गया और तीसरे स्थान पर रहा जबकि मिस्र को ग्रुप में चौथा स्थान मिला। सऊदी अरब ने रूस के हाथों 0-5 से और उरुग्वे से 0-1 से मिली पराजय के बाद वापसी करते हुए आखिर जीत का स्वाद चख लिया।
मोहम्मद सालाह ने 22वें मिनट के गोल से मिस्र को बढ़त दिलाई, लेकिन सलमान अल्फारेज ने पहले हाफ के इंजरी समय के छठे मिनट में पेनल्टी पर गोल कर सऊदी अरब को बराबरी पर ला दिया। मैच निर्धारित 90 मिनट के बाद 1-1 की बराबरी पर था लेकिन इंजरी समय के पांचवें मिनट में सलेम अलदासरी ने एशियाई टीम के लिए मैच विजयी गोल दाग कर सऊदी अरब के प्रशंसकों को जश्न मनाने का मौका दे दिया।
मिस्र को इससे पहले उरुग्वे से 0-1 से और फिर रूस से 1-3 से पराजय मिली थी। 1990 के बाद से पहला विश्व कप खेल रहे मिस्र के लिए टूर्नामेंट निराशाजनक रहा और उसने अपने तीनों मैच गंवाए। मिस्र ने 45 वर्षीय गोलकीपर एसाम अल हादरी इस मुकाबले में उतारा और इसके साथ ही वह विश्व कप में खेलने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए। उन्हें पिछले दो मैचों में नहीं उतारा गया था। (वार्ता)