मास्को। आठ येलो कार्ड। एक बार सिर से प्रहार। विरोध करते हुए रैफरी के चारों और जुटे खिलाड़ी। मैदान पर दांव पर लगी खेल भावना। मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट में। इंग्लैंड और कोलंबिया के बीच विश्व कप मैच कुछ बुरी चीजों के बिना अधिक अच्छा होता और ऐसा मानने वालों में कोलंबिया के कोच जोस पेकरमैन भी शामिल हैं।
पेकरमैन ने कहा, ‘जब मैच में इतने सारे फाउल और रुकावट होती हैं तो मुझे लगता है कि यह अच्छा नहीं होता।’ उन्होंने कहा कि हमें सिर्फ कोलंबिया के खिलाड़ियों को ही नहीं देखना चाहिए। हमें इंग्लैंड के खिलाड़ियों को भी देखना चाहिए।
कई मौकों पर मैच पर नियंत्रण रखने में जूझते दिखे अमेरिका के रैफरी मार्क गीगर ने कोलंबिया के खिलाड़ियों को छह येलो कार्ड दिखाए।
इसमें से चार येलो कार्ड 12 मिनट के उस अंतराल के दौरान दिखाए गए जब कोलंबिया के मिडफील्डर कार्लोस सांचेज ने इंग्लैंड के स्ट्राइकर और कप्तान हैरी केन को पेनल्टी बाक्स के अंदर गिराया और इंग्लैंड को पेनल्टी दी गई। केन ने इस पर गोल दागा।
इंग्लैंड के जोर्डन हेंडरसन और जेसी लिंगार्ड को भी येलो कार्ड दिखाए गए। मैच का पहला येलो कार्ड विलमार बारियोस को दिखाया गया जिन्होंने हेंडरसन की छाती पर सिर मारा जिससे इंग्लैंड का यह मिडफील्डर मैदान पर गिर गया। (भाषा)