नई दिल्ली। भारत की विश्व कप 2011 जीत के नायक पूर्व हरफनमौला युवराज ने शनिवार को 39 साल के हो रहे हैं लेकिन अपना जन्मदिन मनाने की बजाय उन्होंने किसानों के मसलों का बातचीत के जरिये हल निकलने की उम्मीद जताई।
युवराज ने ट्विटर पर लिखा, जन्मदिन कोई ख्वाहिश या इच्छा पूरी करने का मौका होता है लेकिन जन्मदिन मनाने की बजाय मैं प्रार्थना करता हूं कि हमारे किसानों और हमारी सरकार के बीच जारी बातचीत से इस मसले का कोई हल निकल आए।
उन्होंने कहा, इसमें कोई शक नहीं कि किसान भारत की जीवनरेखा हैं और मेरा मानना है कि ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका शांतिपूर्ण संवाद से समाधान नहीं निकल सकता हो।
युवराज ने अपने पिता योगराज सिंह के विवादास्पद बयानों से भी खुद को अलग कर लिया जो उन्होंने इस सप्ताह विरोध प्रदर्शन के दौरान दिए थे।
उन्होंने कहा कि एक गौरवान्वित भारतीय होने के नाते मैं योगराज सिंह के बयानों से दुखी और निराश हूं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि ये उनकी व्यक्तिगत राय है और मैं उनके विचारों से इत्तेफाक नहीं रखता।
युवराज ने कहा, मैं सभी से आग्रह करता हूं कि कोरोना वायरस महामारी के बीच पूरी सावधानी रखें। महामारी अभी गई नहीं है और हमें इसे हराने के लिये एहतियात बरतनी ही होगी। उन्होंने आखिर में लिखा, जय जवान। जय किसान। जय हिंद।
पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर डेरा डाले हुए हैं। उनका दावा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) व्यवस्था खत्म होने से वे बड़े कारपोरेट समूहों के मोहताज हो जाएंगे।
किसानों के समर्थन में खेल रत्न पुरस्कार विजेता मुक्केबाज और कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुके विजेंदर सिंह ने राष्ट्रीय पुरस्कार वापिस करने की धमकी दी है। (भाषा)