भोपाल। नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के भारत बंद का राजधानी भोपाल में कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। राजजधानी की सबसे बड़ी मंडी करोंद और नवबहार सब्जी मंडी में रोज की तरह खरीदी होती दिखाई दे रही है। मंडी के व्यापारी यूनुस कहते हैं कि मंडी में रोज की तरह आज भी व्यापारी अपनी फसल बेचने के लिए लाए है। बंद के समर्थन में छिटपुट किसान सड़क पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उनको रोका दिया।
वहीं सुबह 11 बजे तक राजधानी भोपाल के सभी बाजार पूरी तरह खुले हुए दिखाई दे रहे है। भोपाल किराना व्यापारी संघ ने भारत बंद का विरोध किया है। भोपाल थोक किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि बाजार रोज की तरह पूरी तरह खुले हुए है। पहले ही लॉकडाउन के चलते ही व्यापारी को पहले ही काफी नुकसान झेल चुके है और वर्तमान में शादी का सीजन चल रहा है। ऐसे में आज थोक व्यापारी रोज की तरह अपनी दुकान खोल रहे है।
अनुपम अग्रवाल कहते हैं कि जहां तक भारत बंद के समर्थन का सवाल हैं तो किसी भी किसान संगठन या अन्य संगठन ने बंद के समर्थन में महासंघ को कोई भी पत्र नहीं सौंपा है। जबकि महासंघ की नियामवली के तहत बंद के लिए 72 घंटे पहले सूचना देनी होती है। इसलिए आज व्यापारी रोज की तरह आज भी अपने व्यापारिक संस्था पूरी तरह खोले हुए है।
बंद के समर्थन में उतरी कांग्रेस- वहीं किसान संगठनों के भारत बंद के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल कर बंद को सफल बनाने के लिए एमपी नगर इलाके में कुछ दुकानों को बंद कराने की असफल कोशिश की लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद वह बैंरग वापस लौटने के लिए मजबूर हो गए। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कृषि कानूनों का वापस लेने की मांग की।