इस वर्ष 5 जून, सोमवार को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाया जा रहा है। और हर वर्ष की तरह ही वर्ष 2023 में भी विश्व पर्यावरण दिवस की एक खास थीम रखी है। इस वर्ष की पर्यावरण थीम के अनुसार यह बढ़ते प्लास्टिक के चलन पर रोक लगाने के लिए 'प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान' (Solutions to Plastic Pollution) रखी गई है, जिसका प्रमुख उद्देश्य लोगों में प्लास्टिक के उपयोग और उससे होने वाले नुकसान के प्रति जीवन, प्रकृति और पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त बनाना तथा पर्यावरण, प्रकृति और सभी जीवन को बचाना है।
वर्तमान समय या बदलते ग्लोबल वॉर्मिंग के दौरान प्लास्टिक के प्रकोप/ प्लास्टिक बैग्स से होने वाले पर्यावरण को नुकसान को कम करने की दिशा में हर एक इंसान को कुछ बेहद जरूरी कदम उठाना आवश्यक हो गया है। इतना ही नहीं प्लास्टिक के उपयोग को लेकर सतर्कता और जागरूकता यह दो बेहद जरूरी चीजें हैं, जिसे प्लास्टिक के खिलाफ अपनाया जा सकता है।
प्लास्टिक तथा इनके बैग्स और अन्य सामग्री के उपयोग से होने वाले नुकसान की जानकारी अपने आप में अपर्याप्त है, जब तक कि आप इसके नुकसान जानने के बाद भी ठोस कदम न उठाएं। हर एक नागरिक की सरकार और पर्यावरण संस्थाओं के अलावा भी पर्यावरण के प्रति कुछ खास जिम्मेदारियां हैं, जिन्हें यदि समय रहते समझ लिया जाए तो पर्यावरण को होने वाले नुकसान को बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
तो आइए यहां जानते हैं अपने दैनिक जीवन में हम कैसे बचें प्लास्टिक से उपयोग से...-
1. ऐसे प्लास्टिक, जिसे एक बार इस्तेमाल के बाद ही फेंकना होता है। जैसे- प्लास्टिक के पतले ग्लास, तरल पदार्थ पीने की स्ट्रॉ और इसी तरह का अन्य सामान आदि के इस्तेमाल से बचें।
2. पीईटीई (PETE) और एचडीपीई (HDPE) आदि प्लास्टिक का सामान आसानी से रिसाइकल हो जाता है, अत: इस प्रकार के सामान चुनिए।
3. धीरे-धीरे प्लास्टिक से बने सामान की जगह दूसरे पदार्थ से बने सामान अपनाएं। प्लास्टिक सामान के उपयोग को कम करने की कोशिश करें।
4. प्लास्टिक की जगह पारंपरिक तरीके से बने मिट्टी के बर्तनों के इस्तेमाल को बढ़ावा दें।
5. प्लास्टिक के बैग्स को संभाल कर रखें। इन्हें कई बार इस्तेमाल में लाएं। सामान खरीदने जाते समय अपने साथ कपड़े या कागज से बने कैरी बेग लेकर जाएं।
6. हमें चाहिए कि हम कम से कम प्लास्टिक सामान को फेंकने की कोशिश करें। खास कर इसमें खाने का सामान रखकर गाय को कुछ भी ना खिलाएं।
7. प्लास्टिक बैग (plastic bag) तथा पोलिएस्ट्रीन फोम (poliestreen phom) का इस्तेमाल कम से कम करने की कोशिश करें। क्योंकि इनका रिसायकल रेट बहुत कम होता है।
8. वर्तमान समय में देश में कई ऐसे सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहां प्लास्टिक को रिसाइकल किया जाता है, अत: ऐसे कचरे को वहां पहुंचाने की व्यवस्था करें या आवश्यक कदम उठाएं।
9. कभी भी स्वयं ही प्लास्टिक को खत्म करने की कोशिश न करें। न ही पानी में, न ही जमीन पर और ना ही जमीन के नीचे प्लास्टिक खत्म होता है। अत: इसे जलाना भी पर्यावरण के लिए अत्यधिक हानिकारक साबित होता है। ऐसे कार्यों से बचें।
10. अपने आसपास रहने वालों को प्रकृति और पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुए प्लास्टिक के कम से कम इस्तेमाल को लेकर चर्चाएं करें तथा किसी भी बगीचे आदि में प्लास्टिक का खाने-पीने का सामान ना फेंकें।
11. सबसे जरूरी बात, यदि स्वयं पर नियंत्रण रखकर हम प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो इस समस्या को काफी हद तक कम किया सकता है।