देव उठनी एकादशी पर तुलसी को अर्पित कर दें मात्र एक चीज, रातोंरात हो जाओगे मालामाल

Webdunia
शनिवार, 29 अक्टूबर 2022 (18:00 IST)
Dev Uthani Ekadashi 2022 : 4 नबंबर 2022 मंगलवार के दिन देव उठनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन तुलसी के पौधे की शालिग्राम जी के साथ पूजा होती है और तुलसी विवाह भी किया जाता है। इस दिन यदि आपके पूजा के दौरान हमारी बताई कुछ चीजों में से मात्र एक चीज़ भी अर्पित कर दी तो आपकी धन संबंधी सभी समस्या का समाधान हो जाएगा। माता तुलसी और लक्ष्मी माता की कृपा प्राप्त होगी।
 
1. 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' बोलते हुए तुलसी माता को इस दिन कुछ बूंद कच्चा दूध अर्पित करें। इससे माता तुलसी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं।
 
2. तुलसी के पौधे के सामने शुद्ध देशी घी का दीपक जलाकर रखें। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
 
3. तुलसी के पौधे के पास शालिग्राम का पत्‍थर जरूर रखना चाहिए। यदि नहीं रखा है तो रख लें।
4. तुलसी मां को सफेद, नीली या चमकीली चुनरी अर्पित जरूर करना चाहिए। चुनरी अर्पित करते वक्त इस मंत्र को बोलें-  'महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।
 
5. सभी मनोकामना के लिए एक पीले धागे को अपने शरीर की लंबाई के बराबर काटकर इसमें 108 गांठ बांधें और इसे तुलसी के पौधे के नीचे बांध दें। मनोकामना पूरी होने के बाद इस धागे को निकालकर जल में प्रवाहित कर दें।
 
6. देव उठनी एकादशी के दिन मां तुलसी के पौधे को मात्र एक चीज जरूर बांधें उन्हें लाल धागा या छोटी लाल चुनरी जरूर बांधें। इसे मां तुलसी के साथ ही माता लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Weekly Horoscope: 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा सप्ताह, पढ़ें साप्ताहिक राशिफल (18 से 24 नवंबर)

Mokshada ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी कब है, क्या है श्रीकृष्‍ण पूजा का शुभ मुहूर्त?

Shani Margi: शनि का कुंभ राशि में मार्गी भ्रमण, 3 राशियां हो जाएं सतर्क

विवाह पंचमी कब है? क्या है इस दिन का महत्व और कथा

उत्पन्ना एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा?

सभी देखें

धर्म संसार

21 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

21 नवंबर 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

Astrology 2025: वर्ष 2025 में इन 4 राशियों का सितारा रहेगा बुलंदी पर, जानिए अचूक उपाय

Kark Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi:  कर्क राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

मार्गशीर्ष के गुरुवार को महाविष्णु की उपासना का महत्व और जानिए सरल पूजा विधि

अगला लेख
More