Rules for giving water in Tulsi : तुलसी के पौधे को साक्षात मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। तुलसी कथा के अनुसार पहले यह वृंदा नाम की एक पवित्र महिला थी। श्रीहरि विष्णु की कृपा से जिसने पौधे का रूप ले लिया था। तुलसी के विभिन्न प्रकार के पौधे मिलते हैं- जैसे श्रीकृष्ण तुलसी, लक्ष्मी तुलसी, राम तुलसी, भू तुलसी, नील तुलसी, श्वेत तुलसी, रक्त तुलसी, वन तुलसी, ज्ञान तुलसी आदि। आओ जानते हैं कि तुलसी के पौधे को जल देने के क्या नियम है।
1. तुलसी की जड़ों में रविवार और एकादशी को छोड़कर प्रतिदिन उचित मात्रा में जल अर्पण करना चाहिए। अर्थात ना कम और ना ज्यादा।
2. यदि ज्यादा मात्रा में जल अर्पण किया तो पौधा समाप्त हो जाएगा और कम मात्रा में भी। कम फिर भी चल जाएगा परंतु ज्यादा नहीं। वैसे यदि एक दिन छोड़कर भी आप पानी अर्पण करेंगे तो चलेगा। बारिश में तो सप्ताह में दो बार ही डालें।
3. रविवार और एकादशी के दिन तुलसी महारानी ठाकुरजी के लिए व्रत रखती है। वह केवल इन्हीं दो दिनों विश्राम करती और निंद्रा लेती हैं। मान्यता है कि यदि रविवार और एकादशी के दिन तुलसी में जल दिया तो माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।