Dussehra 2023: भगवान श्रीराम के 5 प्रचलित मंदिर के करें दर्शन

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भारत में 24 अक्टूबर 2023 को दशहरा का पर्व मनाया जाएगा और देश के हर राज्य में दशहरा के लिए विभिन्न परंपरा हैं। इस दिन को धर्म और सत्य की जीत की रूप में भी मनाया जाता है क्योंकि इस दिन श्रीराम ने रावण का वध किया था। इसलिए इस दिवस को विजयदशमी भी कहा जाता है।

इस दशहरा आप भी छुट्टियों में सुंदर और प्राचीन तीर्थ स्थल घूम सकते हैं। आप इस पर्व पर भगवान श्रीराम के इन प्रसिद्ध मंदिर का दौरा कर सकते हैं। इन प्राचीन मंदिर को देख आपका भी मन खुश हो जाएगा। चलिए इस दशहरा 2023 को खास बनाने के लिए जानते हैं श्रीराम के 5 famous ram mandir in India के बारे में...
 
1. श्रीराम जन्मभूमि, अयोध्या : जैसा की आपको पता है कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में श्रीराम का जन्म हुआ था। अयोध्या में राजा दशरथ का महल, कनक भवन और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर स्थित है। यहां सरयू नदी में स्नान के बाद श्रीराम जन्मभूमि के दर्शन के लिए जा सकते हैं। हालांकि इसका निर्माण का कार्य अभी प्रगति में है। लेकिन इस दशहरा आपको श्रीराम की जन्मभूमि जरूर जाना चाहिए। 
2. राम राजा मंदिर, ओरछा : यह देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां श्रीराम को राजा की रूप में पूजा जाता है। मध्य प्रदेश में स्थित ओरछा बहुत सुंदर और शांत जगह है। यह मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के बीच स्थित है। इस दशहरा 2023 आपको ओरछा के राम राजा मंदिर की भव्य आरती ज़रूर देखनी चाहिए जिसमें श्रीराम को आरती से पहले सिपाही द्वारा सलामी दी जाती है। 
 
3. श्री सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर, भद्राचलम : श्री सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर तेलंगाना राज्य के भद्राचलम में स्थित है। दरअसल यह मंदिर भद्राचलम में गोदावरी नदी के तट पर स्थित है। अपने महत्व के कारण इसे 'दक्षिण अयोध्या' भी कहा जाता है। इसे दक्षिण अयोध्या इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह वही स्थान है जहां भगवान राम ने अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वनवास बिताया था। आपको इस प्राचीन और सुंदर मंदिर के दर्शन जरुर करने चाहिए।
 
4. रामास्वामी मंदिर, कुंभकोणम : रामास्वामी मंदिर भारत के तमिलनाडु के कुंभकोणम में स्थित विष्णु के अवतार राम को समर्पित प्रचलित मंदिर है। यह मंदिर करीब 1560-1614 ई. में तंजावुर नायक राजा अच्युतप्पा नायक के शासनकाल के दौरान बनाया गया था और करीब 1600-1634 ई. में रघुनाथ नायक के शासनकाल के दौरान पूरा हुआ। यह मंदिर कुंभकोणम के प्रमुख विष्णु मंदिरों में से एक है। 
 
5. श्री राम तीर्थ मंदिर, अमृतसर : पंजाब राज्य में अमृतसर से 11 किलोमीटर दूर प्राचीन व ऐतिहासिक धार्मिक स्थल 'श्री राम तीर्थ मंदिर' स्थित है। यहां महर्षि वाल्मीकि का आश्रम और एक कुटिया स्थित है। मान्यता है कि जब श्री राम ने माता सीता का परित्याग कर दिया था तब ऋषि वाल्मीकि ने उन्हें यहीं पर अपने आश्रम में आश्रय दिया था। आप इस दशहरा इस खूबसूरत मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। 
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