Dussehra 2023 : दशहरा उत्सव को कैसे मनाया जाता है?

Webdunia
How to celebrate Dussehra: हिन्दू सनातन धर्म दशहरा के उत्सव पर खास तरह का उत्साह रहता है। मान्यता के अनुसार इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर और श्रीराम ने रावण का वध किया था। यह बुराई पर अच्‍छाई की जीत का पर्व है। आओ जानते हैं कि विजयादशी यानी दशहरा का पर्व कैसे मनाया जाता है। इस बार दशहरा का पर्व 24 अक्टूबर 2023 को मनाया जाएगा।
 
हम दशहरा कैसे मनाते हैं? | How to celebrate Dussehra festival:
 
1. दशहरे पर शुभ मुहूर्त में वाहन, शस्त्र, राम दरबार, मां दुर्गा, देवी अपराजिता और शमी वृक्ष का पूजन किया जाता है। हर घर में पूजा की परंपरा भिन्न भिन्न होती है, लेकिन पूजा अपराह्न को की जाती है।
 
2. दशहरे के दिन घर से रावण दहन देखने के लिए जाते समय नए या साफ सुथरे वस्त्र पहनें और तिलक लगाकर जाएं और रावण दहन का आनंद लें। 
 
3. रावण दहन देखने के बाद लौटते समय शमी के पत्ते लेकर आएं और उन्हें लोगों को देकर दशहरे की बधाई दें। 
4. घर लौटने वाले सदस्यों की महिलाएं आरती उतारकर स्वागत करें। दशहरे का पर्व परिवार के सभी सदस्य साथ मिलकर मनाते हैं। 
 
5. रावण दहन के बाद लोग एक-दूसरे के घर जाकर, छोटो को आशीर्वाद, बराबर वालों से गले मिलकर, बड़ों के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लेते हैं।
 
6. इस दिन बच्चों को 'दशहरी' देने का भी प्रचलन हैं। बच्चे जब बड़ों का चरण छूते हैं तो दशहरी के रूप में बच्चों को रुपए, वस्त्र या मिठाई देते हैं। 
 
7. इस दिन खासतौर पर गिलकी के पकोड़े और गुलगुले यानी मीठे पकोड़े बनाने का प्रचलन है। पकोड़े को भजिए भी कहते हैं।
 
8. इस दिन दुर्गा सप्तशती या चंडी पाठ किया जाता है जिससे की माता का आशीर्वाद मिलता है।
 
9. दशहरे के दिन पीपल, शमी और बरगद के वृक्ष के नीचे और घर एवं मंदिर में दीया लगाने की परंपरा भी है। इससे घर में सुख और समृद्धि बढ़ती है।
 
10. इस दिन अपने भीतर की एक बुराई को भी छोड़ने का संकल्प लेने की परंपरा है। यदि आपको लगाता है कि मुझे यह छोड़ना चाहिए तो श्रीराम या मां दुर्गा के समक्ष इसे छोड़ने का हाथ में जल लेकर संकल्प लें। 
 
11. इन दिन सारे गिले-शिकवे दूर करके अपनों को गले लगाकर उनसे पुन: रिश्ता कायम किए जाने का भी प्राचलन रहा है। आप उनके घर जाएं या उन्हें अपने घर बुलाएं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Dev Diwali 2024: देव दिवाली पर यदि कर लिए ये 10 काम तो पूरा वर्ष रहेगा शुभ

Shani margi 2024: शनि के कुंभ राशि में मार्गी होने से किसे होगा फायदा और किसे नुकसान?

Tulsi vivah 2024: देवउठनी एकादशी पर तुलसी के साथ शालिग्राम का विवाह क्यों करते हैं?

Dev uthani ekadashi 2024: देवउठनी एकादशी पर भूलकर भी न करें ये 11 काम, वरना पछ्ताएंगे

शुक्र के धनु राशि में गोचर से 4 राशियों को होगा जबरदस्त फायदा

सभी देखें

धर्म संसार

Vaikuntha chaturdashi date 2024: वैकुण्ठ चतुर्दशी का महत्व, क्यों गए थे श्री विष्णु जी वाराणसी?

13 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

13 नवंबर 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त

Dev uthani ekadasshi 2024: देव उठनी एकादशी का पारण समय क्या है?

नीलम कब और क्यों नहीं करता है असर, जानें 7 सावधानियां

अगला लेख
More