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क्या है CBDC? क्रिप्टो करेंसी से यह कैसे है अलग? 81 देश कर रहे प्लानिंग..

हमें फॉलो करें क्या है CBDC? क्रिप्टो करेंसी से यह कैसे है अलग? 81 देश कर रहे प्लानिंग..
, शनिवार, 27 नवंबर 2021 (12:33 IST)
निजी क्रिप्टोकरेंसी को बैन या रेगुलेट करने के लिए भारत सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021 बिल ला सकती है। क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में घबराहट की वजह रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी भी है। बिटकॉइन, ईथर, टिथर समेत सभी क्रिप्टो करेंसियों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
क्या है CBDC : डिजिटल करेंसी एक वर्चुअल करेंसी है जिसे ऑनलाइन वॉलेट में ही रखा जा सकता है। ये फिजिकल मोड में नहीं होती। कुछ डिजिटल करेंसी डिसेंट्रलाइज्ड होती है और इन पर किसी का नियंत्रण नहीं रहता। कुछ को सरकार की मान्यता होती है। ऐसी डिजिटल करेंसी को जिसे सरकार से मान्यता प्राप्त होती है, जोखिम कम होता है। इसे सॉवरेन मुद्रा में यानी उस देश की करेंसी में बदला जा सकता है। इन्हें सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) कहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी के साथ यह सुविधा नहीं मिलती है। डिसेंट्रलाइज्ड होने की वजह से इस पर किसी का नियंत्रण नहीं रहता।

क्यों जरूरी है सीबीडीसी : क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता और निवेशकों में इसके बढ़ते रुझान को देखते हुए सभी देश अपनी सीबीडीसी लांच करने की तैयारी कर रहे हैं। पैसों में बड़ी ताकत होती है और सरकार किसी भी स्थ‍िति में उस पर अपना नियंत्रण नहीं छोड़ सकती। क्रिप्टोकरेंसी का गलत इस्तेमाल होने के काफी चांस है जैसे मनी लॉन्ड्रिंग या टेरर फंडिंग में इसका यूज हो सकता है। वहीं रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी का दुरोपयोग नहीं किया जा सकेगा।
 
डिजिटल करेंसी लाने की तैयारी में यह देश : इक्वाडोर, बहामास, ट्यूनीशिया, सेनेगल में डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल हो रहा है। दुनियाभर में करीब 81 देश देश अपनी खुद की डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) लाने की तैयारी कर रहे हैं। इनमें से चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, स्वीडन आदि 14 देशों में तो डिजिटल करेंसी पर ट्रायल शुरू हो गया है। अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई अन्य देश भी डिजिटल करेंसी लाने की तैयारी में है।
 
क्या होगा RBI की क्रिप्टोकरेंसी में खास : कहा जा रहा है कि RBI एक ऐसी डिजिटल करेंसी लाएगा जो उसके द्वारा या किसी और सरकारी रेगुलेटरी संस्था द्वारा सत्यापित होगी और देश में लेन-देन के लिए कानूनी तौर पर मान्यता प्राप्त होगी। डिजिटल करेंसी मार्केट में सुरक्षित निवेश की संभावनाएं तलाश रहे लोगों को आरबीआई की इस करेंसी का बेसब्री से इंतजार है। इसे निवेशकों की ओर से जबरदस्त प्रतिसाद मिलने की उम्मीद है।
 

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