बर्मिंघम। इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार को एजबेस्टन में खेले जा रहे आईसीसी विश्व कप क्रिकेट के दूसरे सेमीफाइनल मैच पर अपना शिकंजा कस दिया है। ऑस्ट्रेलिया 7 ओवर की समाप्त तक डेविड वॉर्नर और आरोन फिंच समेत 3 विकेट मात्र 14 रन के स्कोर पर खोकर बैकफुट पर आ चुका था।
वॉर्नर और फिंच ही दो ऐसे सलामी बल्लेबाज थे, जिनकी धमाकेदार पारियों की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल तक का सफर शान के साथ पूरा किया था लेकिन आज दोनों ही बल्लेबाज पूरी तरह विफल रहे।
जोफ्रा ऑर्चर ने मैच के दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर आरोन फिंच को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका दिया। अगले ही ओवर में क्रिस वोक्स ने डेविड वॉर्नर को आउट कर ऑस्ट्रेलिया का दूसरा विकेट भी गिरा दिया। उस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 2.4 ओवर में मात्र 10 रन था।
सातवें ओवर की पहली ही गेंद पर क्रिस वोक्स ने पीटर हैड्सकॉब को आउट करके ऑस्ट्रलिया को तीसरा झटका दिया। उस समय मेहमान टीम का स्कोर 6.1 ओवर में केवल 14 रन ही था।
लीग मैचों तक विश्व कप के विकेटों की तासीर अलग थी और सेमीफाइनल शुरू होते ही विकेट का चरित्र बिलकुल बदल गया। दोनों सेमीफाइनल के लिए पिच क्यूरेटर ने नए और फास्ट विकेट बनाए हैं, जिस पर गेंद टप्पा खाने के बाद गोली की तरह आती है।
आठवें ओवर में हादसा : इस सेमीफाइनल मैच के 8वें ओवर में एक हादसा हो गया। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलेक्स कैरी के दायां गाल (जबड़े) घायल हो गया और खून टपकने लगा। जोफ्रा आर्चर की तेज गेंद टप्पा खाने के बाद सीधे कैरी के हैलमेट पर लगी लग गई और उनका हैलमेट भी जमीन पर गिर गया।
तेज गति और हैलमेट की रगड़ ने उनके जबड़े को चोटिल कर दिया। हालांकि इस जुझारू बल्लेबाज ने हिम्मत नहीं हारी और प्राथमिक उपचार के बाद फिर मैदान संभाल लिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम की उम्मीदें अब स्टीव स्मिथ और एलेक्स कैरी पर ही टिकी हुई है।
तेज विकेट का असर : दरअसल विश्व कप के लीग मैचों तक विकेटों की तासीर अलग थी और सेमीफाइनल शुरू होते ही विकेट का चरित्र बिलकुल बदल गया। दोनों सेमीफाइनल के लिए पिच क्यूरेटर ने नए और फास्ट विकेट बनाए हैं, जिस पर गेंद टप्पा खाने के बाद गोली की तरह आती है। यही कारण है कि यहां पर गेंदबाजों की पौ बारह हो रही है।