एक तरफ कोरोना वायरस (Corona virus) की आमद से पूरा देश थर्राया हुआ है और सरकार और देश के डॉक्टर आम लोगों की जान बचाने की जद्दोजेहद में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के गांवों में लोग कोरोना से बचाव के लिए अब टोने-टोटके का सहारा लेने में लगे हैं। नीमच में जहां साधु इस महामारी से बचाव के लिए औघड़ क्रिया में लगे हैं तो एक समाज ने माता महारानी का चलावा निकाला।
नीमच में गुरु एकांतवासी श्मशान में आधी रात को औघड़ क्रिया कर रहे हैं। इनसे जब बात की तो इनका कहना था कि जब कभी महामारी आती है तो तपस्या करनी पड़ती है, उन्होंने कहा कि नवरात्रि के 9 दिन तक हवन करूंगा और मां काली से प्रार्थना करूंगा कि कोरोना नामक महामारी नहीं फैले।
वहीं आज नीमच की सड़कों पर एक अजीब नज़ारा और दिखा जब कुचबंदिया समाज के लोग हाथ में खप्पर लिए सड़कों पर निकले, उनके पास कपूर और शराब भी थी, जिसे वे अपने मोहल्ले के समीप के चौराहों पर बिखेर रहे थे।
इसमें शामिल मोहनलाल गोहर का दावा था कि देश में जब कभी महामारी आती है तो माता महारानी का चलावा निकाला जाता है, जिससे यह रुक जाती है, लेकिन जब यह चलावा मोहल्ले से निकलकर समाज के मंदिर की ओर जा रहा था तभी पुलिस आ गई और इन्हें इनके घरों की ओर वापस कर दिया। इस दौरान टीआई अजय सारवान ने कहा कि जिले में लॉकडाउन है और हमें इसका पालन कराना है।
जब हमने इस मामले में जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. किशोर सोनी से बात की तो उनका कहना था, इस महामारी में टोने-टोटके, ताबीज़ सब फ़िज़ूल हैं। आम लोग संक्रमण से दूर रहें और यदि कोई लक्षण दिखें तो तत्काल मेडिकल टीम को फोन करें।
वेबदुनिया' की अपील : कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए किसी भी तरह के टोने-टोटके, तंत्र क्रियाओं एवं इस तरह के किसी भी कार्य में बिलकुल भी संलग्न न हों। फिलहाल इस घातक वायरस का कोई इलाज नहीं है। अत: सोशल डिस्टेंसिंग को प्राथमिकता दें, घरों में ही रहें और अपने परिवार का पूरा ख्याल रखें, अफवाहों से बचें।