नई दिल्ली। कोरोनावायरस संक्रमण के नए मामलों एवं संक्रमित होने की दर में धीरे-धीरे गिरावट से इस बात का स्पष्ट संकेत मिलता है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायरस का प्रसार कम हो रहा है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने यह जानकारी दी।
मंत्री ने घोषणा की कि कोरोनावायरस संक्रमण के मरीजों के लिए दिल्ली सरकार ने निजी अस्पतालों में सामान्य एवं गैर आईसीयू बेड आरक्षित किए हैं और उन पर सरकार के शुल्क ही लागू होंगे।
जैन ने बताया कि दिल्ली में 7 नवंबर को संक्रमित होने की दर 15 फीसदी थी और अभी यह 11 प्रतिशत से भी कम है। 10 नवंबर को सबसे अधिक मामले (8,593) सामने आए थे तथा संक्रमित होने की दर में कमी आई है और संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की गई है। इससे इस बात का स्पष्ट संकेत मिलता है कि दिल्ली में वायरस के संक्रमण का प्रसार कम हो रहा है।
जैन ने कहा कि कार के भीतर मास्क पहनने से किसी प्रकार की हानि नहीं है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे मास्क के बगैर एक कदम भी घर के बाहर नहीं रखें। राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 7,456 मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 12.09 प्रतिशत थी।
आप सरकार ने गुरुवार को कुछ अन्य घोषणा की जिसमें मास्क के बगैर बाहर निकलने पर 2,000 रुपए का जुर्माना, निजी अस्पतालों में 80 फीसदी आईसीयू बिस्तरों को आरक्षित करना, प्रत्येक जिलों में जांच केंद्र की संख्या दोगुनी करना और स्वास्थ्य केंद्रों में गैर गंभीर मामलों में सर्जरी को स्थगित करना शामिल है। निजी अस्पतालों को भी गैर आईसीयू बिस्तरों का प्रतिशत 50 से बढ़ाकर 60 फीसदी करने का निर्देश दिया गया है। (भाषा)