नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए देशभर में लागू लॉकडाउन के तीसरे चरण में पाबंदियों में ढील दी जाने लगी है। ऐसे में दवा से लेकर शराब तक और कपड़े से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान तक बनाने वाली कंपनियां परिचालन शुरू करने लगी हैं।
विभिन्न क्षेत्रों की कई कंपनियों ने शनिवार को बताया कि स्थानीय प्रशासन की मंजूरी मिल जाने के बाद उन्होंने परिचालन पुन: शुरू कर दिया है। इन कंपनियों ने आश्वासन दिया है कि वे सरकार तथा स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षा व बचाव के बताए गए सभी उपायों पर पूरा अमल कर रही हैं।
वाहनों के कल पुर्जे बनाने वाली कंपनी राणे होल्डिंग्स लिमिटेड ने शेयर बाजार को बताया कि उसने सीमित कार्यबल के साथ अपने अधकमर संयंत्रों तथा कार्यालयों में कामकाज शुरू कर दिया है। इसी तरह शराब बनाने वाली कंपनी आईएफबी एग्रो इंडस्ट्रीज ने भी डिस्टिलरी तथा बोटलिंग संयंत्रों को शुरू करने की सूचना दी।
परिधान बनाने वाली तमिलनाडु स्थित कंपनी केपीआर मिल ने कहा कि उसने केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों के निर्देशों का पालन करते हुए तमिलनाडु तथा कर्नाटक में स्थित इकाइयों का परिचालन शुरू किया है। पुस्तकों का प्रकाशन करने वाली कंपनी एस चांद एंड कंपनी ने बताया कि उसने दिल्ली-एनसीआर में स्थित वेयर हाउस में शनिवार से काम शुरू कर दिया है।
दवा बनाने वाली कंपनी नेक्टार लाइफ साइंसेज ने भी पंजाब के डेराबस्सी तथा हिमाचल प्रदेश के बद्दी स्थित संयंत्रों में परिचालन पुन: शुरू करने के बारे में अवगत कराया है। इनके अलावा हिंदुस्तान मिल्स, विप्पी स्पिनप्रो और वीटीएम लिमिटेड जैसी कपड़ा व परिधान कंपनियों ने भी बताया है कि उन्होंने अपनी इकाइयों में परिचालन की शुरुआत की है।
विस्फोटक बनाने वाली कंपनी जीओसीएल कॉर्पोरेशन ने बताया कि वह 11 मई से हैदराबाद कारखाने में कामकाज शुरू करेगी। उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक व उपकरण बनाने वाली कंपनी पैनासोनिक इंडिया ने कहा कि उसने अपने उत्पादों की बिक्री शुरू कर दी है। टाटा समूह के आभूषण ब्रांड तनिष्क ने भी चरणबद्ध तरीके से स्टोर शुरू करने की शनिवार को जानकारी दी।(भाषा)