भोपाल, कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में भ्रांतियां हैं। कोई कहता है कि इससे साइड इफैक्ट हो सकता है तो कोई इसे बेकार ही मान रहा है। कई लोगों को वैक्सीन पर भरोसा नहीं है। लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो मिसाल कायम कर रहे हैं।
वे बढ़ती उम्र और बीमारियों की परवाह न करते हुए कोरोना वैक्सीन लगवा रहे हैं। कमली बाई एक ऐसा ही नाम है, जिन्होंने वैक्सीन लगवाकर मिसाल कायम की है।
इसे मिसाल इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि कमली बाई की उम्र 106 साल है। कमली बाई बिलखो गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने वैक्सीन लगवाने के बाद कहा कि वैक्सीन से ही कोरोना के खिलाफ जंग जीती जा सकती है। सोशल मीडिया में कमली बाई को लेकर जमकर चर्चा हो रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 106 साल की कमली बाई ने भोपाल के बेरासिया केंद्र पर कोरोना का पहली टीका लगवाया। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ये जानकारी दी। कमली बाई के आधार कार्ड से मिली जानकारी के अनुसार, उनका जन्म 01 जनवरी 1915 को हुआ था। पिछले शनिवार को मध्य प्रदेश से सागर जिले में 118 साल की एक महिला तुलसीबाई को कोरोना वैक्सीन लगवाई गई थी। तुलसीबाई सागर के खिमलासा इलाके में रहती हैं। उनकी उम्र की पुष्टि भी आधार कार्ड से हुई थी।
दरअसल, कमली बाई और तुलसी बाई की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि इस उम्र में लोगों को कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं, और ऐसे में वैक्सीन नहीं लगा सकते, लेकिन वैक्सीन लगाने के बाद यह दोनों महिलाएं पूरी तरह से सुरक्षित और स्वस्थ हैं।