सूरत। गुजरात के सूरत जिले में कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 मामलों की संख्या भले ही 1000 के पार चली गई हो, लेकिन क्षेत्र में बीमारी से स्वस्थ होने वालों की दर अहमदाबाद और वडोदरा के बुरी तरह प्रभावित इलाकों से बेहतर है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शुक्रवार को 32 नए मामले सामने आने के बाद सूरत जिले में संक्रमित लोगों की संख्या 1,015 हो गई जिनमें से 991 मामले शहरी इलाके से सामने आए हैं। गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामलों के लिहाज से अहमदाबाद के बाद सूरत का ही नंबर आता है, लेकिन यहां मरीजों के स्वस्थ होने की दर 62 प्रतिशत है।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 1015 कोविड-19 मरीजों में से 634 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि संक्रमण के कारण 47 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इसके उलट, अहमदाबाद में मरीजों के स्वस्थ होने की दर अब तक 35 प्रतिशत है जबकि जिले में 479 लोगों की मौत हुई है।
मामलों के लिहाज से तीसरे सबसे अधिक प्रभावित वडोदरा जिले में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 58 प्रतिशत है जहां 720 कोविड-19 मरीजों में से 371 स्वस्थ हुए हैं और 32 की इसके चलते मौत हो गई।
सूरत के नगर आयुक्त बीएन पाणि ने कहा कि नगर निकाय मामलों का जल्द पता लगाने के लिए कदम उठा रही है और उसने घर-घर जाकर संक्रमितों का पता लगाने के लिए निगरानी दल की संख्या बढ़ाकर 1933 कर दी है।इसके अलावा, उन इलाकों में 41 ज्वर क्लिनिक भी स्थापित किए गए हैं जहां ज्यादातर गरीब लोग रहते हैं।
पाणि ने कहा, हमने 41 ज्वर क्लिनिक बनाए हैं जिन्होंने अब तक कोरोना वायरस के 108 मामलों की पहचान की है। 520 निजी क्लिनिकों की सरसरी निगरानी ने 281 संक्रमितों का पता लगाया है।उन्होंने बताया कि शहर में करीब 39.11 लाख लोगों का सर्वेक्षण किया गया है जिसमें से 2.7 लाख उच्च जोखिम वाली श्रेणी में आते हैं जिन्हें एहतियात बरतने को कहा गया है।(भाषा)