ईरान संक्रमण की चौथी लहर का सामना कर रहा है। ईरान के 32 प्रांतों में से दो इलम और अल्बोर्ज में देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने चौथी लहर के सामना करने की पुष्टि की है।
अल्बोर्ज प्रांत राजधानी तेहरान के करीब है और इलम प्रांत देश के पश्चिम में है। पारसी समुदाय के मशहूर त्यौहार नवरोज यानि नए साल को मनाने के लिए लाखों लोगों ने यात्रा की थी। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि सात अन्य प्रांत चौथी लहर के किनारे पर हैं।
राष्ट्रपति हसन रूहानी ने राष्ट्रीय एंटी-कोरोना टास्क फोर्स के टेलीविजन सत्र के दौरान कहा था, "अगर हमने आवश्यक विचार नहीं किया, तो हमें अन्य प्रांतों में भी इस लहर का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है"
स्वास्थ्य अधिकारियों को आशंका है कि नवरोज के दो हफ्तों बाद मामलों में उभार के साथ अस्पताल में भर्ती होनेवाले और मौत की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
नवरोज के मौके पर ईरानी परंपरागत रूप से सफर करते हैं और दोस्तों और परिजनों से मुलाकात करते हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि हालांकि उन्होंने इस साल यात्रा का विरोध किया था, मगर इसके बावजूद आधिकारिक रूप से लोगों को देश भर में सैंकड़ों शहर की यात्रा करने की अनुमित दी गई।
सार्वजनिक परिवहन को बैन नहीं किया गया था और निजी गाड़ियों का इस्तेमाल करते हुए सड़क मार्ग से यात्रा को रोकने के लिए जुर्माना भारी नहीं है।
राष्ट्रीय एंटी-कोरोना वायरस टास्क फोर्स के एक प्रवक्ता अली रजा रईसी ने कहा, "नवरोज के दौरान सड़क मार्ग से यात्रा में पिछले साल के मुकाबले 100 फीसद की बढ़ोतरी हुई" नवरोज से कुछ दिनों पहले परिवहन मंत्री मोहम्मद इस्लामी ने अनुमान लगाया था कि करीब 33 मिलियन लोग छुट्टियों के दौरान यात्रा करेंगे और कम से कम 7.8 मिलियन लोग सार्वजनिक परिवहन का देश में इधर से उधर जाने के लिए इस्तेमाल करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कम से कम 15 हजार लोगों को अधिकृत लैब में जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई थी और उन्होंने जानते बूझते नवरोज के दौरान सफर किया। सरकारी आंकड़े भी दर्शातें है कि 47 शहर अब कलर कोडेड स्केल पर 'रेड' वर्गीकृत किए गए हैं और 247 शहर 'पीले' जबकि मात्र 14 'नीले' किए गए हैं। कलर कोडेड स्केल पर नीला ट्रांसमिशन दर का सबसे निचला हिस्सा है।