भारत में किसी भी दिन शुरू हो सकता है कोरोना का टीकाकरण, केंद्र ने राज्यों से कहा- रहें तैयार

Webdunia
मंगलवार, 15 दिसंबर 2020 (21:39 IST)
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है तथा राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव राजेश भूषण ने कहा कि टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव (एईएफआई) महत्वपूर्ण पहलू हैं और राज्यों से कहा गया है कि वे हर ब्लॉक में कम से कम एक एईएफआई प्रबंधन केंद्र की पहचान करें।
ALSO READ: अनिल विज को दी गई प्लाज्मा थैरेपी, वैक्सीन लेने के बाद भी हुए थे कोरोना संक्रमित
उन्होंने कहा कि सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम, जो दशकों से चल रहे हैं, में बच्चों और गर्भवती महिलाओं में कुछ प्रतिकूल प्रभाव देखे जाते हैं। भूषण ने कहा कि इसलिए, हम कोविड-19 टीकाकरण की शुरूआत होने पर प्रतिकूल प्रभाव की आशंका से इनकार नहीं कर सकते हैं।
 
उन देशों में जहां टीकाकरण पहले ही शुरू हो चुका है, खासकर ब्रिटेन में, पहले दिन ही प्रतिकूल प्रभाव सामने आया। इसलिए, आवश्यक है कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेश इसके लिए भी तैयार रहें। उन्होंने कहा कि इस संबध में केंद्र ने राज्यों को विस्तृत निर्देश जारी किए हैं।

न बरतें कोताही, कभी भी बिगड़ सकते हैं हालात : केन्द्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में कोविड-19 के मामलों और संक्रमण से होने वाली मौतों में कमी आई है जो अच्छी खबर है। साथ उसने किसी भी प्रकार की ढिलाई के खिलाफ आगाह किया। सरकार ने चेताया कि देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा अभी भी संक्रमण के प्रति ‘अतिसंवेदनशील’ है और हालात कभी भी बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें खुश होना चाहिए, लेकिन सतर्कता के साथ प्रसन्न होना चाहिए।
 
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऐसे में जबकि पूरी दुनिया में, खासतौर से अमेरिका और यूरोप में, कोविड-19 के मामले और संक्रमण से होने वाली मौतें बढ़ रही हैं, दुनिया में स्थिति चिंताजनक हो गई है। भारत में इसके विपरीत हालात संतोषजनक हैं, संक्रमण के नए मामलों और उससे होने वाली मौतों की संख्या में कमी आ रही है।
 
किसी भी तरह की ढिलाई के प्रति आगाह करते हुए पॉल ने कहा कि मृत्यु दर घट रही है और यह 400 प्रतिदिन से कम रह गई है। नए मामले भी घटकर दिन में 22,000 रह गए हैं। ऐसी संख्या हमने जुलाई में देखी थी। इसलिए यह बेहतर स्थिति है। देश के रूप में हम बेहतर कर रहे हैं। 
 
दिल्ली में महामारी नियंत्रण में : दिल्ली में हालात में सुधार होने की ओर ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि हम दिल्ली सरकार और अन्य सरकारों को भी बधाई देते हैं जिन्होंने हाल ही में महामारी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पॉल ने हालांकि उत्तराखंड, नगालैंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में कोविड-19 की स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि स्थानीय सरकारों की मदद से महामारी को नियंत्रित करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
 
केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में कोविड-19 का पता लगाने के लिए अभी तक 15.55 करोड़ से ज्यादा नमूनों की जांच की गई है। देश में लोगों के संक्रमित होने की औसत दर घटकर 6.37 रह गई है, वहीं पिछले सप्ताह यह घटकर मात्र 3 प्रतिशत रह गई। भूषण ने कहा, भारत में संक्रमण से होने वाली मौतों की दर भी दुनिया में सबसे कम है। वर्तमान में भारत में मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है जबकि इसकी वैश्विक दर 2.26 है।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

सेक्‍स हाइवे पर नेताजी की डर्टी पिक्‍चर, अब सेक्‍स कांड में धाकड़ खुलासा, कौन है वीडियो में दिख रही महिला?

कौन हैं अनुष्का यादव, जिनके साथ 12 साल से रिलेशन में लालू पुत्र तेज प्रताप

प्रधानमंत्री को 60 लाख रुपए चाहिए, 1971 का एक सनसनीखेज घोटाला, जिसने देश को हिला दिया था

न तो सद्भावना है और न ही मि‍त्रता, फिर सिंधु जल संधि कैसी

लव जिहादी मोहसिन के दोनों भाई फरार, पूरा परिवार पुलिस के रडार पर

सभी देखें

नवीनतम

पाकिस्तान सरकार से बातचीत करना व्यर्थ, सेना के साथ करना चाहता हूं बातचीत : इमरान खान

Chhattisgarh : दुर्ग में अवैध रूप से रह रहीं 2 बांग्लादेशी महिलाएं गिरफ्तार

Karnataka : बेलगावी में मठ का प्रमुख बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार

पहलगाम हमले पर भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का विवादित बयान, बोले- हमले के दौरान महिलाएं अगर हाथ जोड़ने की बजाय मुकाबला करतीं तो...

Corona के नए वैरिएंट से डरने की जरूरत नहीं, सावधानी अब भी जरूरी

अगला लेख