मुंबई। पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती जिले में कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के सबसे बड़े कारण कोरोनावायरस के प्रकार में बदलाव आना और लोगों की लापरवाही है। यह जानकारी शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
अमरावती में इस हफ्ते संक्रमितों की संख्या राज्य में सबसे अधिक रही। जिले में नए मामलों की संख्या मंगलवार को 82 से बढ़कर बुधवार को 230 हो गई। कोविड-19 प्रसार पर महाराष्ट्र सरकार के तकनीकी सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंके ने कहा कि जिले में प्राप्त नमूनों में वायरस के प्रकार में बदलाव के कारण ऐसे लोगों के लिए ज्यादा खतरा है जो दूसरी अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं।
उन्होंने कहा, वायरस का नया प्रकार ज्यादा खतरनाक है और इसके कारण जल्द न्यूमोनिया हो रहा है। अगर किसी व्यक्ति में पहले से कोई बीमारी है तो इस तरह के संक्रमण से मौत का खतरा बढ़ सकता है। बहरहाल, यह केवल संभावना है और जिले में अभी तक मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है।
बहरहाल, डॉ. सालुंके ने कहा कि मामले में बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण लोगों की तरफ से पूरी तरह लापरवाही बरती जाना है। कई मामलों में एक ही परिवार के लोग संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने कहा, इसका मतलब है कि इसी दौरान वे संक्रमित हो गए। ऐसा सार्वजनिक कार्यक्रमों, भीड़भाड़ आदि के दौरान हो सकता है, जहां कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगा रही है और संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी से निपटने के लिए आरटी-पीसीआर जांच बढ़ा रही है। एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा था कि जीनोम सिक्वेंसिंग के बाद पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती और यवतमाल जिलों में कोरोनावायरस के नमूनों में दो नए प्रकार पाए गए थे।(भाषा)